Dust Allergy: डस्ट एलर्जी से कई तरह की परेशानियों से का सामना करना पड़ता है जैसे जुकाम, छींक, आंखो का लाल होना और गले में खराश होना जैसे लक्षण देखने को मिलते हैं. इससे बचने के लिए कुछ सावधानियां बरतकर आसान घरेलू नुस्खे भी अपना सकते हैं.
एलर्जी बदलते मौसम और खराब खानपान के कारण हो सकती है लेकिन कुछ लोगों का शरीर काफी सेंसिटिव और नाजुक होता है. इसलिए धूल-मिट्टी और दस्त से होने वाली एलर्जी जुकाम और अन्य कई बीमारियों का कारण बन सकती है. आजकल सड़कों पर बढ़ते प्रदूषण के कारण ये समस्या बढ़कर गंभीर होती जा रही है. डस्ट एलर्जी सिर्फ धूल से नही बल्कि घर के आस-पास मौजूद कुछ चीजों जैसे गंदगी आदि की वजह से भी हो सकती है. धूल में मौजूद डस्ट को माइट्स भी कहते हैं, ये कण काफी छोटे होते हैं, जिन्हें अपनी आंखो से देखना मुश्किल है और ये कण कॉकरोच, आदि में भी पाए जाते हैं, क्योंकि ये कण माइक्रो फॉर्म में होते हैं. Mold Animal Dander
-जब आपको डस्ट से एलर्जी होती है तो आपको छींक आना, नाक भारी होना, आंखो में सूजन, गले में खराश, सिरदर्द और अस्थमा जैसे लक्षण सामने देखने को मिलते हैं. डस्ट एलर्जी की समस्या को दूर करने के लिए कई प्रकार के घरेलू उपचार को सकते हैं तो आइए जानतें हैं इन के बारे में.
-ओनली माय हेल्थ डॉट कॉम के अनुसार डस्ट एलर्जी से बचने के लिए आपकों खट्टे फलों का सेवन करना चाहिए, यदि आप नियमित रूप से संतरे, अनानास, अंगूर और नींबू जैसे फलों का सेवन करते हैं तो आप सांस से सम्बन्धित समस्याओं से बच सकते हैं और खट्टी चीजें विटामीन सी से भरपूर होती हैं जो एलर्जी ओर इनफेक्शन से आपकों दूर रखती हैं.
-घी में एंटी इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं जो बॉडी के स्टेमिना को बूस्ट करते हैं और जिससे आपको dust से एलर्जी नहीं होती है. सेहतमंद रहने के लिए भी आपको आपने भोजन में घी का उपयोग करना चाहिए.
-यूकेलिप्टस एसेंशियल ऑयल का उपयोग कई तरह की गंभीर खांसी को ठीक करने के लिए किया जा सकता है. इसका इस्तेमाल चेस्ट रब या वेपो रब बनाने में भी किया जाता है, ये आपको एलर्जी से बचाता है और इसमें एंटीमाइक्रोबियल प्रॉपर्टीज पाई जाती हैं.
-डस्ट एलर्जी से जल्द छुटकारा पाने के लिए सबसे बेहतरीन घरेलू उपचारों में से शहद एक है, जब आप इसे नियमित रूप से लेते हैं तो इससे आपके शरीर को एनर्जी प्राप्त होती है और यह एक नेचुरल सोर्स है जो आसनी से सबके घर में प्राप्त हो जाता है.
-Peppermint में मेन्थॉल के साथ-साथ एंटी-इंफ्लेमेटरी और डिकॉन्गेस्टेंट गुण पाए जाते हैं जो छींकने और गले की खराश का नैचुरल रूप से इलाज कर सकते हैं. यदि आप पुदीने की चाय बना कर पीते हैं तो आप अपनी बहती हुईं नाक को अलविदा कह सकते हो और यह डस्ट से होने वाली एलर्जी से राहत दिलाता है.