Life Style: ब्लोटिंग और कब्ज ने कर रखा है परेशान तो रोज करें योगासन

Update: 2024-06-21 09:33 GMT
Life Style: Life Style:पाचन क्रिया दुरुस्त न हो तो स्वास्थ्य Healthको कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में पाचन तंत्र को अनुकूलित रखना बेहद फायदेमंद होता है। इसलिए हम आपको कुछ ऐसे योगासन (पाचन के लिए योग) के बारे में बताने वाले हैं जिनसे आपकी पाचन क्रिया को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी। आइए जानें पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने के लिए योगासन। हमारी नियमित जीवनशैली में अक्सर हमें पाचन से जुड़ी कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इसके पीछे वैसे तो सबसे बड़ी वजहें हैं- खराब खान-पान और कामचलाऊ सक्रियता। इसलिए लोगों में कब्ज, सूजन और अपच जैसी कई परेशानियां बढ़ती जा रही हैं। इस तरह
पाचन को दुरुस्त रखने के लिए कुछ योगासन की मदद ली जा सकती है
। योग पाचन तंत्र को धारण करने में काफी लाभदायक सिद्ध हो सकता है। योग के ऐसे ही कई रूपों के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए हर साल 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस (अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस) मनाया जाता है। आइए जानते हैं पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने के लिए कुछ योगासन। पादहस्तासन में शरीर मजबूत होता है और रक्त परिसंचरण बेहतर होता है। साथ ही, इससे पेट पर प्रकाश दबाब पड़ता है, जिससे पाचन तंत्र उत्तेजित होते हैं और पाचन तंत्र बेहतर
 better
होता है। इसलिए रोजाना पादहस्तासन करने से पाचन संबंधी समस्याओं से बचाव हो सकता है।
इस आसन को करने के लिए अपने पैरों को जोड़ों तक ले जाएं और एक लंबी गहरी सांस लेते हुए अपने हाथों को ऊपर की ओर खींचें। अब सांस छोड़ते हुए, आगे की ओर झुकें और अपने हाथों से पैरों को पूरा करने की कोशिश करें। इस पेज में 15-20 सेकंड के लिए रुकें और इसके बाद सीधे जाएं। भुजंगासन करने से आपके पेट की आंखें सुखद होती हैं और पाचन तंत्र बेहतर होता है। इससे पेट फुल कम करने में भी मदद मिलती है। इसलिए रोजाना इस आसन को करना पाचन के लिए काफी फायदेमंद होता है। इस आसन को करने के लिए पेट के बल लेट जाएँ और अपनी बाहों को अपनी पट्टियों के पास रखें और अपने सिर और सीने को ऊपर की ओर काटें। ऐसा इसलिए किया जाता है कि आपके सिर और सीना के पीछे की ओर मुंहा हुआधनुरासन करने से भी पेट की मांसपेशियों की चिंगिंग होती है और पेट के अंगों की
मालिश
होती है। इसे करने से कब्ज जैसी समस्या से राहत मिलती है। यह आसन पाचन तंत्र से जुड़े सभी अंगों के लिए फायदेमंद होता है। इस आसन को करने के लिए पेट के बल लेट जाएं और अपने हाथों को अपनी उंगलियों के पास रखें। अब धीरे-धीरे खुद को ऊपर पाता है। अब अपने पैरों को मोड़कर कूल्हों के पास जाएं और एक हाथ से अपने पैर को पकड़ें और फिर दूसरे हाथ से भी ऐसा ही करें। इससे आपके शरीर का आकार धनुष जैसा दिखेगा। अब इस स्थिति में 30 सेकंड रुकें और फिर आराम करें।
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