दमा के मरीज कैसे करें डाइट प्लान, इन 3 चीजों को खाना है खतरनाक

अस्थमा या दमा एक Chronic (लंबे समय तक बनी रहने वाली) बीमारी है जिसमें मरीज के वायुमार्ग में सूजन आ जाती है और वह संकुचित हो जाता है जिस कारण सांस लेने में दिक्कत होने लगती है, सांस फूलने लगती है और सांस लेने पर घरघराहट (Wheezing) की आवाज भी आती है.

Update: 2022-02-19 05:04 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। अस्थमा या दमा एक Chronic (लंबे समय तक बनी रहने वाली) बीमारी है जिसमें मरीज के वायुमार्ग में सूजन आ जाती है और वह संकुचित हो जाता है जिस कारण सांस लेने में दिक्कत होने लगती है, सांस फूलने लगती है और सांस लेने पर घरघराहट (Wheezing) की आवाज भी आती है. जो लोग अस्थमा के मरीज हैं उनके मन में अक्सर यह सवाल आता है कि उन्हें अपनी डाइट में किस तरह का बदलाव करना चाहिए ताकि उनकी बीमारी और न बिगड़े. ऐसे में हम आपको इस आर्टिकल में अस्थमा के मरीजों के लिए सही डाइट प्लान (Diet Plan) क्या होना चाहिए और उन्हें क्या खाना चाहिए और क्या नहीं, इस बारे में बता रहे हैं.

अस्थमा को कंट्रोल करना जरूरी
वैसे तो अस्थमा (Asthma) की बीमारी को कंट्रोल करने के लिए कोई स्पेशल डाइट प्लान नहीं है लेकिन रिसर्च में यह बात साबित हो चुकी है कि ऐसे कई खाद्य पदार्थ हैं जो फेफड़ों की कार्य प्रणाली के साथ ही शरीर के इम्यून सिस्टम (Immune System) को भी बेहतर बनाते हैं जिससे अस्थमा के लक्षणों को कंट्रोल करने में मदद मिलती है. तो वहीं, कुछ खाद्य पदार्थ ऐसे भी हैं जिनका सेवन करने से बीमारी के लक्षण और बिगड़ सकते हैं. लिहाजा दमा या अस्थमा के मरीजों को क्या खाना चाहिए और क्या नहीं, यहां जानें.
अस्थमा के मरीज क्या खाएं
1. विटामिन डी से भरपूर चीजें
अस्थमा को लेकर अब तक जितनी भी रिसर्च हुई है उसमें यह बात साबित हो चुकी है कि अगर शरीर में विटामिन डी (Vitamin D) की कमी हो तो वयस्कों और बच्चों में अस्थमा का जोखिम बढ़ जाता है. इतना ही नहीं विटामिन डी लंग फंक्शन को सपोर्ट करने के साथ ही सांस से जुड़े इंफेक्शन जैसे- सर्दी-जुकाम (Common Cold) को भी दूर रखता है. रोजाना विटामिन डी का सप्लिमेंट लेने से गंभीर अस्थमा अटैक (Asthma Attack) का खतरा भी कम हो जाता है. लिहाजा विटामिन डी से भरपूर खाद्य पदार्थ जैसे- दही, ऑरेंज जूस, सैल्मन और ट्यूना जैसी मछलियां, मशरूम, अंडे का पीला वाला भाग, चीज और विटामिन डी से फोर्टिफाइड ब्रेकफास्ट सीरियल्स आदि का सेवन जरूर करें.
2. ताजे फल और सब्जियां
फल और सब्जियों से भरपूर स्वस्थ और संतुलित आहार (Balanced Diet) अस्थमा के खतरे को कम करने में मदद करता है. कई रिसर्च में यह बात सामने आ चुकी है कि अगर ताजे फल और सब्जियों का सेवन अधिक किया जाए तो बच्चों के साथ ही वयस्कों में भी अस्थमा की बीमारी विकसित होने का खतरा कम हो जाता है. साथ ही जिन लोगों को अस्थमा की बीमारी है वो भी अगर फल और सब्जियों का सेवन ज्यादा करें तो उनमें बीमारी के लक्षण जैसे- घरघराहट में भी कमी देखने को मिलती है. सेब, केला, ऐवोकाडो ये कुछ ऐसे फल हैं जिनका सेवन अस्थमा के मरीजों को जरूर करना चाहिए. तो वहीं गाजर, पालक, हरी पत्तेदार सब्जियां, ब्रोकली और शकरकंद- ये कुछ सब्जियां हैं जिन्हें आपको अपनी डाइट का हिस्सा जरूरी बनाना चाहिए.
3. मैग्नीशियम फूड्स
एक स्टडी में बताया गया है कि 11 से 18 साल के बीच के वे किशोर बच्चे जिनके शरीर में मैग्नीशियम (Magnesium) का लेवल कम था उनमें फेफड़ों से जुड़ी बीमारी अस्थमा होने का खतरा अधिक था. लिहाजा इस समस्या से बचने के लिए मैग्नीशियम से भरपूर फूड्स को भी डाइट में शामिल करना जरूरी है. आप चाहें तो पालक, कद्दू के बीज, डार्क चॉकलेट, सैल्मन मछली आदि का सेवन कर सकते हैं क्योंकि इनमें भरपूर मात्रा में मैग्नीशियम होता है.
4. साबुत अनाज
साबुत अनाज जैसे- ओट्स, कुट्टू का आटा, दलिया, साबुत गेंहू से बना पास्ता आदि अस्थमा के लक्षणों को कम करने में अहम रोल निभाते हैं. साल 2017 में हुई एक स्टडी में बताया गया है कि अस्थमा के जो मरीज स्वस्थ और संतुलित भोजन का सेवन करते हैं जिसमें साबुत अनाज (Whole Grain) की भी अच्छी मात्रा शामिल है उनमें अस्थमा के लक्षण कम दिखते हैं और वे बेहतर तरीके से अपनी बीमारी को कंट्रोल कर पाते हैं.
अस्थमा के मरीज क्या न खाएं
अमेरिकन लंग एसोसिएशन (ALA) ने कुछ ऐसे फूड्स और ड्रिंक्स की पहचान की है जिनका सेवन अस्थमा के मरीजों को बिलकुल नहीं करना चाहिए वरना उनकी बीमारी के लक्षण और ज्यादा बिगड़ सकते हैं
1. सल्फाइट वाली चीजें
सल्फाइट (Sulfite)एक तरह का प्रिजर्वेटिव है जिसे अल्कोहल, अचार, बोतलबंद नींबू का रस और ड्राई फ्रूट्स जैसी चीजों में डाला जाता है ताकि ये चीजें लंबे समय तक खराब न हों. ऐसे में अगर अस्थमा के मरीज सल्फाइट युक्त चीजों का अधिक सेवन करें तो न सिर्फ उनमें अस्थमा के लक्षण और बिगड़ सकते हैं बल्कि उनमें अस्थमा अटैक भी ट्रिगर हो सकता है.
2. पेट में गैस बनाने वाली चीजे
अगर अस्थमा के मरीज एक बार में बहुत अधिक भोजन कर लें या फिर ऐसी चीजें खाएं जिससे पेट में गैस (Stomach Gas) बनती हो तो इससे डायफ्राम पर दबाव बढ़ता है जिससे छाती में जकड़न महसूस होती है और अस्थमा अटैक ट्रिगर होता है. लिहाजा अस्थमा के मरीजों को बीन्स, पत्ता गोभी, कार्बोनेटेड ड्रिंक्स, प्याज, लहसुन और बहुत ज्यादा तली भुनी चीजों का सेवन करने से परहेज करना चाहिए.
3. फास्ट फूड से करें परहेज
साल 2013 में हुई एक स्टडी में यह बात सामने आयी थी कि जिन बच्चों और टीनएजर्स ने हफ्ते में 3 बार से अधिक फास्ट फूड (Fast Food) का सेवन किया उनमें अस्थमा के गंभीर लक्षण विकसित होने का खतरा अधिक था.


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