इन कारणों से हार्मोन होते हैं इंबैलेंस

Update: 2023-08-20 16:23 GMT
जीवन में परेशानियों की वजह से लोग मेंटल स्ट्रेस ( मानसिक तनाव) का शिकार हो रहे हैं. लेकिन ये स्ट्रेस शरीर में हार्मोन का लेवल बिगाड़ देता है. जिससे कई तरह की बीमारियां होने का रिस्क रहता है. मेंटल स्ट्रेस की वजह से बॉडी में 12 हार्मोन प्रभावित हो सकते हैं. इससे डिप्रेशन से लेकर हार्ट अटैक तक का खतरा रहता है. डॉक्टरों का कहना है कि शरीर को फिट रखने के लिए मेंटल हेल्थ पर भी ध्यान देना चाहिए. लेकिन लोग मेंटल हेल्थ पर ध्यान नहीं देते हैं. जिससे फिजिकल हेल्थ भी खराब होने लगती है.
डॉक्टरों का कहना है कि सभी लोगों के जीवन में कुछ न कुछ मेंटल स्ट्रेस होता ही है, लेकिन अगर ये स्ट्रेस बढ़ने लगे और रोज के जीवन का हिस्सा बन जाए तो समस्या होने लगती है. इस स्थिति में स्ट्रेस की वजह से कई सारे हार्मोन डिस्टर्ब होने लगते हैं. इससे डायबिटीज, हार्ट डिजीज, बालों का झड़ना और इनफर्टिलिटी की समस्या तक हो सकती है. ऐसे में मेंटल स्ट्रेस से बचaना चाहिए.
मेंटल स्ट्रेस से हार्ट अटैक का खतरा
मेंटल स्ट्रेस हार्ट के फंक्शन पर असर करता है. स्ट्रेस के कारण इंफ्लामेशन होता है. इससे बीपी बढ़ता है जो हार्ट अटैक का कारण बनता है. मेंटल स्ट्रेस के कारण डायबिटीज भी होती है. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि मानसिक तनाव के कारण इंसुलिन हार्मोन का बैलेंस बिगड़ने लगता है. इंसुलिन शरीर की जरूरत के हिसाब से नहीं बनता है. जिससे डायबिटीज हो जाती है. इससे सबसे ज्यादा खतरा टाइप -2 डायबिटीज का होता है. डॉ बताते हैं कि अधिक मेटल स्ट्रेस की वजह से कार्टिसोल का प्रोडक्शन भी बढ़ जाता है. इस कारण प्रोजेस्ट्रॉन का लेवल कम होता है. ये हार्मोंस में इंबैलेंस कर देता है.
इन कारणों से भी हार्मोन होते हैं इंबैलेंस
हार्मोंस के इंबैलेंस होने के दूसरे भी कई कारण होते हैं. दवाओं का जरूरत से ज्यादा सेवन, बर्थ कंट्रोल पिल्स और पेट के स्वास्थ्य का ध्यान न रखने से भी हार्मोन में गड़बड़ी होने लगते हैं. ऐसे में लोगों को सलाह है कि वे इन कामों से बचें. कोशिश करें कि मानसिक तनाव न लें. जिस कारण स्ट्रेस हो रहा है उसको पहचानें और इसे कंट्रोल करने की कोशिश करें. इसके लिए मानसिक रोग विशेषज्ञ की सहायता भी ली जा सकती है.
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