Home Tips: बैंगन की सब्जी भारत के लगभग हर राज्य ही नहीं बल्कि घर में भी खाई जाती है। कोई भरवां स्पाइसी बैंगन बनाता है तो कोई भरता। कुछ लोग तो बैंगन का अचार तक खाना पसंद करते हैं। कुछ भी बना लो स्वाद तभी अच्छा आता है जब अच्छे बैंगन खरीदकर लाते हैं, इसके लिए बैंगन की पहचान करना आनी बहुत जरूरी है।अक्सर बैंगन में कीड़े निकल जाते हैं या फिर उनमें बीज की मात्रा ज्यादा होती है। कीड़े और बीज बैंगन को काटने के बाद ही दिखाई देते हैं लेकिन अगर आप कुछ को फॉलो करें तो बिना काटे ही अच्छे बैंगन की पहचान कर सकते हैं। इसके लिए हम आपको कुछ आसान तरीके हैं, जिन्हें खरीदारी के वक्त आपको याद रखना है। टिप्स
बैंगन का कलर देखें
बाजार में बैंगन खरीदते वक्त सबसे पहले उसके रंग पर नजर डालें। इसका कलर फेड नहीं होना चाहिए, ना ही स्किन पर रिंकल्स दिखने चाहिए। अगर ये दोनों ही चीज दिखें तो समझ जाइये कि बैंगन ताजा नहीं है बल्कि उसे काफी समय स्टोर करके रखा गया है। इसलिए डार्क कलर और स्मूद-शाइनी स्किन वाला ही बैंगन खरीदें ये फ्रेश होते हैं।
बैंगन में छेद और दरार
बैंगन खरीदते समय अच्छे से चेक कर लें कि कहीं कोई छेद या फिर दरार तो नहीं है। अगर ऐसा है तो इस तरह के बैंगन बिलकुल भी न खरीदें क्योंकि उसमें कीड़े हो सकते हैं। बैंगन को खरीदने से पहले ही आप अच्छी तरह से चारों ओर से देख लें छेद और दरार न मिलने पर ही बैंगन खरीदें। साथ ही डंठल वाला ही Eggplant खरीदें।
बैंगन का सख्स होना
ताजा और अच्छा बैंगन पहचानने के लिए आप इसे हाथ में लेकर दबाकर चैक करें अगर दबाने पर बैगन अंदर की तरफ जा रहा है और सख्त नहीं है तो इसे नहीं खरीदें। क्योंकि मुलायम बैंगन अंदर से खराब भी हो सकता है और उसमें कीड़े भी हो सकते हैं। इसलिए हमेशा अच्छे
बैंगन का वजन
बैंगन के वजन से आप बीज कम या ज्यादा होने का पता पता सकते हैं। अगर वजन में बैंगन हल्का है तो वह अच्छा होगा लेकिन भारी है तो उसमें बीज भी बहुत ज्यादा हो सकते हैं। यहां तक कि ऐसे बैंगन का स्वाद भी अच्छा नहीं होता है। कई बार भारी बैंगन में कीड़े भी निकल जाते हैं इसलिए हमेशा वजन में हल्का बैंगन ही खरीदें।
बैंगन का साइज
अगर आप बहुत ही बड़े आकार का बैंगन लेंगे तो इसमें बीज होने की संभावना होती है। इसलिए बेहतर होगा कि मीडियम या छोटे साइज के बैंगन खरीदें। वैसे साइज में छोटा बैंगन खरीद रही हों या बड़ा बैंगन के वजन, छेद और रंग के सख्ती को पहले ही जांच लेना चाहिए। क्योंकि कीड़े किसी भी साइज के बैंगन में हो सकते हैं।