Health Tips:कभी-कभी एसिड रिफ्लक्स या हार्टबर्न की शिकायत होना बेहद आम है और इसे लेकर आपको बहुत अधिक परेशान होने की जरूरत नहीं है। लेकिन कुछ लोग ऐसे भी होते हैं, जिन्हें लगभग हर दिन एसिडिटी की समस्या का सामना करना पड़ता है। यहां तक कि कुछ लोग लगभग हर बार खाने के बाद जलन, सूजन और डकार से पीड़ित होते हैं। आप अपनी डाइट में कुछ बदलाव करके भी अपनी समस्या को काफी हद तक मैनेज कर सकते हैं। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको कुछ ऐसे फूड आइटम्स के बारे में बता रहे हैं जो एसिडिटी को मैनेज करने साबित हो सकते हैं- में मददगार
केला Banana
अगर आपको अक्सर एसिडिटी की शिकायत रहती है तो आपको अपनी डाइट में केला जरूर शामिल करना चाहिए। आपको शायद पता ना हो, लेकिन पोटेशियम रिच केले में नेचुरल एंटासिड गुण भी पाए जाते हैं, जो पेट के एसिड को बेअसर कर सकते हैं। इतना ही नहीं, इनमें फाइबर भी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है, जो डाइजेशन में मददगार है। अगर आप नियमित रूप से एक केला खाना शुरू करते है तो यह एसिड रिफ्लक्स की संभावना को कम करता है।
हरी पत्तेदार सब्जियां Green leafy vegetables
हरी पत्तेदार सब्जियां सेहत के लिए बहुत ही लाभकारी मानी गई हैं। जिन लोगों को एसिडिटी की शिकायत रहती है, उनके लिए भी यह फायदेमंद हैं। पालक, केल और लेट्यूस जैसी पत्तेदार सब्जियांवास्तव में अल्काइन होती है। जिसका अर्थ है कि वे पेट के एसिड को बेअसर करने में मदद करती हैं। साथ ही साथ, उनमें पोषक तत्वों प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं, जबकि इनका कैलोरी काउंट काफी कम होता है। इस तरह हरी पत्तेदार सब्जियां आपकी ओवर ऑल हेल्थ को बेहतर बनाने में मददगार हैं।
सौंफ
जिन लोगों को एसिडिटी की समस्याहै, उन्हें अपनी डाइट में सौंफ जरूर शामिल करनी चाहिए। आप इसे अपने खाने का हिस्सा बना सकती हैं या फिर इसे खाने के बाद भी खाया जा सकता है। दरअसल, सौंफ़ के बीजों में एंटीस्पास्मोडिक गुण होते हैं जो पाचन तंत्र की मांसपेशियों को आराम देने में मदद करते हैं। ऐसे में एसिड रिफ्लक्स की संभावना कम हो जाती है। इतना ही नहीं, इनके ठंडे प्रभाव के कारण पेट की लाइनिंग को काफी आराम भी मिलता है।