हेल्थ केयर Health Care: भारत में पूड़ी कचौरी खाने वालों की भरमार है। तला भुना खाना शरीर के लिए नुकसानदायक होता है। यह पेट के आसपास जाकर जमने लगता है। लिवर पर भी इसका बुरा प्रभाव पड़ता है। तला खाना ज्यादा खाने से लिवर पर चर्बी जमने लगती है। इस समस्या को फैटी लिवर कहा जाता है। यह लिवर सिरोसिस का कारण भी बन सकता है।
डीप फ्राइड फूड में मौजूद तेल फैट से भरे होते हैं। जब शरीर को इसकी जरूरत नहीं होती तो इसे इकट्ठा कर लिया जाता है। फैटी लिवर को घरेलू उपायों से दूर किया जा सकता है। डॉ. निशांत गुप्ता ने फैटी लिवर का ऐसा रामबाण उपाय बताया है जो 1 महीने में इस अंग को हेल्दी बना देगा। पहले फैटी लिवर के लक्षण जान लेते हैं।
ग्रेड 1 फैटी लिवर के लक्षण
फैटी लिवर की शुरुआत को ग्रेड 1 कहा जाता है। इसमें कुछ समस्याएं होने लगती हैं। जैसे
पेट के दाएं हिस्से में ऊपर की तरफ दर्द
अत्यधिक थकान
बेवजह वजन घटना
कमजोरी
पीलिया
खुजली
पैर, टखनों में सूजन
भारी पड़ेगी नजरअंदाज करने की गलती
अगर आपके फैटी लिवर ग्रेड 1 के लक्षणों को इग्नोर किया तो बेहद भारी पड़ सकता है। यह धीरे धीरे steatosis , नॉन एल्कोहॉलिक स्टियाटोहेपेटाइटिस, फाइब्रोसिस और सिरोसिस तक पहुंच सकता है। सिरोसिस सबसे गंभीर स्टेज है जिसमें लिवर फेलियर व कैंसर हो सकता है।
1 महीने में फैटी लिवर का इलाज
डॉ. निशांत गुप्ता ने बताया कि गुनगुने पानी से Fatty Liver का इलाज किया जा सकता है। इसके लिए आपको 1 गिलास गुनगुने पानी में 1-2 ग्राम कॉफी पाउडर, 1-2 ग्राम हल्दी, 1 चम्मच सिरका (जामुन, गन्ने या सेब का सिरका) मिलाएं। इस काढ़े को 1 महीने तक दिन में 3 बार पीजिए।
फैटी लिवर में खाएं ये चीजें
हरी पत्तेदार सब्जियां
बीन्स
साबुत अनाज
नट्स
सूरजमुखी के बीज
लहसुन