Health: डायबिटीज और थायरॉइड के मरीजों को मिल सकती है राहत, रोजाना करे ये योगासन
Health: अगर आप या आपके परिवार में कोई सदस्य थायराइड या डायबिटीज का मरीज है तो साल 2025 में इस रोग से राहत पाने का दृढ़ संकल्प कर लें। इसके लिए असरदार योग के नियमित अभ्यास की आदत बनाएं। यहां कुछ योगासन बताए जा रहे हैं जो थायराइड और डायबिटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद हो सकते हैं। साल 2025 की इन योगासनों का अभ्यास शुरू कर दें।
धनुरासन
धनुरासन योग करने से शरीर धनुष के आकार में हो जाता है। कमर का लचीलापन बढ़ता है और कमर व रीढ़ मजबूत होती है। पाचन में सुधार के साथ ही ऊर्जा का स्तर बढ़ता है। तनाव व थकान दूर होती है, साथ ही गुर्दे के कामकाज में सुधार आता है। डायबिटीज के मरीजों के लिए धनुरासन का नियमित अभ्यास काफी फायदेमंद होता है।
शवासन योग
थायराइड और डायबिटीज दोनों ही समस्या में शवासन का अभ्यास असरदार है। शवासन से शरीर को आराम मिलता है। तनाव दूर होता है और ऊर्जा बढ़ती है। ये आसन रक्तचाप, अनिद्रा और एंग्जायटी से भी राहत दिलाता है। इस आसन से हाई बीपी, नींद न आना, जल्दबाजी, चिड़चिड़ापन, बेचैनी जैसी समस्याओं से भी छुटकारा मिलता है।
शवासन के अभ्यास के लिए पीठ के बल लेटकर आंखें बंद कर लें। पैरों को फैलाएं और घुटनों व पंजों को आराम दें। हाथों को शरीर के साथ रखते हुए ध्यान धीरे-धीरे शरीर के हर अंग पर ले जाएं। धीमी और गहरी सांस लें।
हलासन को हल मुद्रा भी कहते हैं। ये एक उल्टा आसन है, जिसे आधुनिक योग में व्यायाम के रूप में किया जाता है। हलासन से वजन कम करने में मदद मिलती है। पाचन में फायदेमंद है। मधुमेह के प्रबंधन में मदद करता है और थायराइड के मरीजों के लिए भी असरदार है। ये रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है और त्वचा व बालों के लिए फायदेमंद होता है।
इस आसन को करने के लिए पीठ के बल लेटकर दोनों हाथों को शरीर के पास रखें। हथेलियों को जमीन पर रखते हुए सांस भीतर की तरफ खींचें और पैरों को धीरे से ऊपर उठाएं। अब पीठ को भी ऊपर उठाते हुए सांस को बाहर छोड़ें। पैरों के पंजों को जमीन से छूने की कोशिश करें और 30 सेकंड इसी स्थिति में बने रहें। बाद में धीरे से पहली वाली अवस्था में लौट आएं।