भारत : भारत में हथकरघा बुनाई की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत देखने को मिलती है और इसी विरासत का जश्न मनाने के लिए हर साल 7 अगस्त को राष्ट्रीय हथकरघा दिवस मनाया जाता है। पहले की आज के समय भले हथगरघा से बने कपड़े पहनना लोगों की प्राथमिकता नहीं रही है। लेकिन बीते कुछ सालों में इस उद्योग ने एक समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के माध्यम से एक बार फिर अपना रास्ता बनाना शुरू कर दिया है। क्लासिक पैटर्न और बारीक डिज़ाइन को कढ़ने का काम पीढ़ियों से चला आ रहा है और भारत में अनेकों विविध कारीगर और उनका समुदाय मिलकर आधुनिकता के साथ हाथ मिलाकर उन्हें जीवित रखने का काम कर रहा है। यही वजह है कि लोग भी इसे फैशन वर्ल्ड में एक बार चुनना पसंद करने लगे हैं। दूसरी ओर सेलेब्स भी कई मौकों पर खुद को हैंडलूम आउटफिट्स में स्टाइल कर लोगों को इसके प्रति प्रोत्साहित करते नजर आ जाते हैं। नाजुक रेशम की साड़ियों से लेकर सूती इक्कत बुनाई तक भारत में हैंडलूम की ढेरों वैरायटी है। आइये एक नजर डालते हैं उन सेलेब्स के लुक्स पर जिन्होंने अपने खास मौके के लिए हैंडलूम साड़ियों और अन्य पहनावे को चुना।साल 7 अगस्त को राष्ट्रीय हथकरघा दिवस मनाया जाता है। पहले की आज के समय भले हथगरघा से बने कपड़े पहनना लोगों की प्राथमिकता नहीं रही है। लेकिन बीते कुछ सालों में इस उद्योग ने एक समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के माध्यम से एक बार फिर अपना रास्ता बनाना शुरू कर दिया है। क्लासिक पैटर्न और बारीक डिज़ाइन को कढ़ने का काम पीढ़ियों से चला आ रहा है और भारत में अनेकों विविध कारीगर और उनका समुदाय मिलकर आधुनिकता के साथ हाथ मिलाकर उन्हें जीवित रखने का काम कर रहा है। यही वजह है कि लोग भी इसे फैशन वर्ल्ड में एक बार चुनना पसंद करने लगे हैं। दूसरी ओर सेलेब्स भी कई मौकों पर खुद को हैंडलूम आउटफिट्स में स्टाइल कर लोगों को इसके प्रति प्रोत्साहित करते नजर आ जाते हैं। नाजुक रेशम की साड़ियों से लेकर सूती इक्कत बुनाई तक भारत में हैंडलूम की ढेरों वैरायटी है। आइये एक नजर डालते हैं उन सेलेब्स के लुक्स पर जिन्होंने अपने खास मौके के लिए हैंडलूम साड़ियों और अन्य पहनावे को चुना।