फर्टिलिटी बढ़ाकर पूरा करे मां बनने का सपना, ये आहार बनेंगे मददगार

Update: 2024-03-13 06:17 GMT
मां बनना महिलाओं के जीवन का एक अद्भुत अनुभव होता है। लेकिन कई बार गलत जीवनशैली के कारण महिलाओं को इनफर्टिलिटी अर्थात प्रजनन क्षमता में कमी का सामना करना पड़ता हैं जिसकी वजह से उनके मां बनने की चाहत पूरी नहीं हो पाती हैं। फर्टिलिटी बढ़ाने के लिए महिलाएं कई तरह की दवाइयों का सेवन करने लगती हैं। जबकि सबसे जरूरी हैं आपको अपने आहार में ऐसी चीजों को शामिल करने की जो प्रजनन क्षमता को बढ़ाने का काम करें। आज इस कड़ी में हम आपको ऐसे ही आहार की जानकारी देने जा रहे हैं जिन्हें डाइट में शामिल कर महिलाएं अपना फर्टिलिटी लेवल बढ़ा सकती हैं। आइये जानते हैं इन आहार के बारे में...
सैल्मन
सैल्मन सबसे लोकप्रिय सुपरफूड्स में से एक है क्योंकि यह बहुत सारे स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है। ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर होने के कारण सैल्मन पुरुषों और महिलाओं दोनों में फर्टिलिटी बढ़ाने में काफी फायदेमंद होता है। यह विटामिन डी और सेलेनियम से भी भरपूर होता है जो वीर्य को स्वस्थ बना सकता है।
नट्स और ड्राई फ्रूट्स
नट्स और ड्राई फ्रूट्स प्रोटीन, विटामिन्स और मिनरल्स से भरपूर होते हैं। यह न केवल आपकी संपूर्ण हेल्थ के लिए अच्छे होते हैं बल्कि फर्टिलिटी बढ़ाने में भी आपकी मदद करते हैं। अखरोट जैसे नट्स में सेलेनियम की हाई मात्रा होती है। यह एक ऐसा मिनरल है जो एग्स में क्रोमोसोमल डैमेज को कम करता है। यह प्रजनन क्षमता को बढ़ाने में मदद करता है क्योंकि सेलेनियम के कारण एग्स में होने वाला डैमेज कम हो जाता है। नट्स और ड्राई फ्रूट्स में मौजूद यह एंटीऑक्सीडेंट फ्री रेडिकल्स को दूर भगाता है और मानव शरीर में एग्स के उत्पादन को बढ़ाता है। रोजाना होल फैट मिल्क के साथ नट्स और ड्राई फ्रूट्स खाने से इनफर्टिलिटी कम करने में मदद मिलती है।
सनफ्लावर सीड्स
भुने हुए, अनसाल्टेड सनफ्लावर सीड्स यानी सूरजमुखी के बीज विटामिन ई से भरपूर होते हैं। ये एक आवश्यक पोषक तत्व है जो प्रजनन की समस्या से गुजर रहे जोड़ों के लिए जरूरी है। सनफ्लावर सीड्स फोलेट और सेलेनियम से भरपूर होते हैं, जो फर्टिलिटी के लिए महत्वपूर्ण हैं। साथ ही इन बीजों में ओमेगा-6 फैटी एसिड और थोड़ी मात्रा में ओमेगा-3 फैटी एसिड भी होता है।
क्विनोआ
क्विनोआ को सुपरफूड कहा जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि अधिकांश अनाजों के विपरीत, इस सुपर प्रोटीन समृद्ध घटक में सभी 9 आवश्यक अमीनो एसिड होते हैं। इसके अलावा, इसमें लाइसिन मौजूद होता है, इस प्रकार, यह शाकाहारियों के लिए एक वरदान है। यह एक हेल्दी साबुत अनाज है क्योंकि यह कार्ब-फ्री होने के साथ-साथ प्रोटीन, जिंक और फोलिक एसिड का सही स्रोत है। यह जानना आवश्यक है कि दैनिक अनाज का कम से कम 50 प्रतिशत साबुत अनाज से आता है। एनिमल-बेस प्रोटीनों पर क्विनोआ जैसे प्लांट-बेस प्रोटीन को चुनने से गर्भाधान की संभावना बढ़ाने में मदद मिलती है। इसके अलावा, यह ब्लड शुगर के लेवल को स्थिर करता है और पीरियड्स को भी नियंत्रित करता है। क्विनोआ समान मात्रा में सफेद चावल की तुलना में दोगुना प्रोटीन और अधिक फाइबर प्रदान करता है, जिससे यह स्वास्थ्यवर्धक विकल्प बन जाता है।
बीन्स और दाल
बीन्स और दाल फाइबर और फोलेट से भरपूर होती हैं, जो हार्मोनल बैलेंस बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण हैं। दाल में पॉलीमाइन स्पर्मिडाइन भी अधिक मात्रा में पाएं जाते हैं, जो कि फर्टिलिटी बढ़ाने में अहम भूमिका निभा सकते हैं। इतना ही नहीं, दाल और बीन्स प्रोटीन से भरपूर होते हैं, जो हेल्दी ओव्यूलेशन को बढ़ावा देने में मदद कर सकते हैं। कई शोधों से पता चलता है वेजिटेरियन प्रोटीन के सेवन से 50 फीसदी तक एनोव्यूलेशन के कारण होने वाली इंफर्टिलिटी की समस्या के जोखिम को कम किया जा सकता है।
हरी पत्तेदार सब्जियां
ब्रोकली, पत्तागोभी, वॉटरक्रेस, रॉकेट, पालक और चार्ड जै
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