शरीर की संपूर्ण देखभाल के लिए अपनाएं ये 7 तरीके
नेचुरोपैथी (naturopath) में स्वास्थ्य समस्याओं के कारणों की तलाश की जाती है और फिर उसका इलाज किया जाता है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। नेचुरोपैथी (naturopath) में स्वास्थ्य समस्याओं के कारणों की तलाश की जाती है और फिर उसका इलाज किया जाता है। इसमें शरीर की संपूर्ण देखभाल को केंद्र में रखा जाता है। और शरीर को सभी प्रकार के रोगों से मुक्त रखने की कोशिश की जाती है। भारत के साथ-साथ विदेश में भी नेचुरोपैथी प्रचलित अल्टरनेटिव चिकित्सा पद्धति हो गई है। नेचुरोपैथ चिकित्सक नेचुरल चिकित्सा प्रणाली के अनुसार इलाज करते हैं। यहां नैचुरोपैथ के उन 7 नियमों (health tips naturopath) की बात कर रहे हैं, जो आपके समग्र स्वास्थ्य को बनाए रखने में मददगार हो सकते हैं।
संपूर्ण शरीर की देखभाल किस तरह की जाए (How to take care of whole body by naturopath), इसके लिए मैंने शिमला के आरोग्य नेचर क्योर संस्था में नेचुरोपैथ एक्सपर्ट मालती मेहरोत्रा से बात की।
यहां हैं संपूर्ण शरीर की देखभाल के 7 तरीके
1 नींद होनी चाहिए फर्स्ट प्रायोरिटी
मालती मेहरोत्रा कहती हैं, यदि आप रात में ठीक ढंग से नहीं सो पाती हैं, तो आपको दूसरे दिन थका हुआ महसूस होता है। आपका काम करने में मन नहीं लगता है और जम्हाई आती रहती है। एक सामान्य व्यक्ति को हर रात औसतन 7-8 घंटे की नींद लेनी चाहिए। सभी चिंता, तनाव को एक तरफ रखकर रात में जरूरी नींद जरूर लें।
नींद की कमी से मूड, एकाग्रता, ध्यान, याददाश्त, संक्रमण से लड़ने की क्षमता और सेक्स डिजायर भी प्रभावित होने लगती है। अपर्याप्त नींद से वजन बढ़ना, अवसाद, हार्ट अटैक, स्ट्रोक, डायबिटीज जैसी समस्याओं का जोखिम बना रहता है। सोने के लिए समय निर्धारित होना चाहिए और पर्याप्त नींद लेनी चाहिए।
2 पानी पिएं भरपूर
हल्का डिहाइड्रेशन भी आपके एनर्जी लेवल और मूड को प्रभावित कर सकता है। सही मात्रा में पानी पीना और लिक्विड डाइट लेने से कई समस्याएं अपने-आप ठीक हो जाती हैं। नेचुरोपैथ में पानी को दवा माना गया है। यदि आप समय पर पानी पीती रहेंगी, तो कई स्वास्थ्य समस्याएं खत्म हो जाएंगी।
3 पोषक तत्वों से भरपूर हो आहार
शरीर को स्वस्थ रखने के लिए सबसे पहले शुगर इंटेक में कटौती करें। खूब फल और सब्जियां खाएं। तरह-तरह के पौष्टिक खाद्य पदार्थ खाएं। अपनी हाइट और एनर्जी लेवल के अनुसार खाएं।
जंक फूड, प्रिजर्व्ड फूड, फ्रिज में लंबे समय तक रखा गया फूड, ऑयली फूड, डीप फ्रायड, बार-बार गर्म किया गया खाना खाने से परहेज करें। एसिडिटी कम करने के लिए अल्कलाइन को आहार में शामिल करें।
सप्ताह में 3 दिन रात में 1 लीटर पानी में एक टेबल स्पून नींबू और खीरे के कुछ टुकड़ों को काट कर पानी में छोड़ दें। दूसरे दिन कई बार में यह पानी सिप करते हुए पियें। एसिडिटी की समस्या नहीं होगी।
4 सबसे जरूरी है एक्सरसाइज
हाई ब्लड प्रेशर, डिप्रेशन, स्ट्रोक, हार्ट प्रॉब्लम, टाइप 2 डायबिटीज से लड़ने में मदद एक्सरसाइज आपकी मदद कर सकती है। यह ब्रेन केमिकल को बढ़ावा देती है जो आपको पहले की तुलना में अधिक खुश और अधिक आराम महसूस कराता है। इसके साथ ही ये एनर्जी लेवल बूस्ट करने और गहरी नींद लाने में भी मददगार है।
आप घर में दिन भर एक्टिव रहकर, ऑफिस में हर दो घंटे पर अपनी सीट से उठकर चहलकदमी भी कर सकती हैं। इससे एनर्जी लेवल बूस्ट होता है।
5 दांतों की देखभाल को न करें इग्नोर
खराब दांत और मसूड़े दूसरी स्वास्थ्य समस्याओं को बढ़ावा देते हैं। यह हार्ट डिजीज का भी कारण बन सकता है। नेचुरल प्रोडक्ट से दांतों की सफाई करें। हर पंद्रह दिनों पर नमक-सरसों तेल से दांतों की सफाई करें। दांतों में चिपकने वाले फूड्स की बजाय फाइबर वाले फूड खाएं, ताकि वे दांतों से चिपके नहीं। हर छह महीने पर डेंटिस्ट से दांतों की जांच करवाएं।
6 मेंटल हेल्थ पर दें ध्यान
मानसिक स्वास्थ्य उतना ही महत्वपूर्ण है जितना कि शारीरिक स्वास्थ्य। मेंटल हेल्थ के लिए स्वयं को ध्यान-योग से जोड़ें। सैर करें, किसी मित्र के साथ जाएं, अच्छी किताबें पढ़ें, बॉडी मसाज कराएं, डायरी लेखन करें।
बॉडी मसाज से मन को सुकून मिलता है।चित्र:शटरस्टॉक
यदि मन अशांत लग रहा है, तो रात में कमरे के खिड़की-दरवाजे बंद कर एक मोमबत्ती जला लें। इसे लगातार पंद्रह-20 मिनट तक देखने का उपक्रम करें। इससे दिमाग शांत होगा। यदि समस्या अधिक है, तो साइकोलॉजिस्ट से मिलें।
7 त्वचा की देखभाल
जरूरी मात्रा में पानी पीने से कई स्किन प्रॉब्लम दूर हो जाती हैं। फेस स्किन पर नींबू, हल्दी, एलोवेरा, मेथी दाना आदि के मास्क बनाकर बारी-बारी से प्रयोग करें। ऑरेंज पील पाउडर भी चेहरे को साफ करने के लिए लगाया जा सकता है।