सूखे मेवों में अलग मुकाम रखता है अंजीर, इसके सेवन से दूर रहती हैं ये बीमारियाँ
इसके सेवन से दूर रहती हैं ये बीमारियाँ
अंजीर एक ऐसा फल है जिसमें विटामिन, कैल्शियम, ए, बी, सी की भरपूर मात्रा होती है। एक अंजीर में लगभग 3 कैलोरी होती है। अंजीर को पौटेशियम का काफी अच्छा स्त्रोत माना जाता है जो कि रक्त शर्करा और रक्तचाप को नियंत्रित करने में काफी ज्यादा मदद करता है। इसके अलावा सूखे अंजीर में फेनोल, ओमेगा होता है। अंजीर में कैल्शियम काफी होता है जो कि हड्डियों को मजबूत करने में काफी मदद करता है। इसके अलावा इसमें प्रोटीन, कार्बन, फाइबर आदि भी बहुतायत मात्रा में होता है।
अंजीर एक ऐसा स्वादिष्ट फल है जिसमें कई तरह के गुण मौजूद होते हैं। ये एक ऐसा फल है जिसे सुखाकर हर मेवे में इस्तेमाल किया जाता है। ऐसे में आपके लिए ये जानना जरूरी है कि अंजीर खाना आपकी सेहत के लिए कितना फायदेमंद है। इसे काफी हेल्दी ड्राइफ्रूट भी माना जाता है जिसमें कई तरह के कैलोरी, फाइबर के गुण मौजूद होते हैं। इसके साथ ही कई तरह की बीमारियों का इलाज करने में ये काफी असरकारी माना जाता है।
अंजीर के प्राकृतिक लाभ और उपचारात्मक गुण
अंजीर में कई औषधीय गुण पाये जाते हैं। यह एक दृढ आहार माना जाता है जो लंबी बीमारी के बाद जल्दी ठीक होने में मदद करता है। यह शारीरिक और मानसिक तनाव को दूर करता है और शरीर को नए जोश और शक्ति प्रदान करता है। यह कमजोर लोगों के लिए एक उत्कृष्ट टॉनिक है, जो होंठ, जीभ और मुंह के फटने पर हील करता है।
कब्ज में अंजीर खाने के फायदे
अंजीर को ताजा या सुखाकर लिया जाता है, इसकी बड़ी सेल्यूलोज सामग्री और इसकी सख्त त्वचा के कारण इसे एक भरोसेमंद रेचक माना जाता है। फलों के छोटे-छोटे बीजों में आंतों के क्रमाकुंचन या तरंग जैसी गतिविधियों को उत्तेजित करने का गुण होता है जो मल को आसानी से बाहर निकालने में मदद करता है और आहार नलिका को साफ रखता है इसलिए ये कब्ज की समस्या में फायदेमंद है।
अंजीर बवासीर में फायदेमंद
अपने रेचक गुण के कारण, अंजीर बवासीर के लिए एक उत्कृष्ट उपाय है। दो या तीन सूखे अंजीर रात में एक गिलास तामचीनी के बर्तन में ठंडे पानी में भिगोकर गर्म पानी से अच्छी तरह साफ कर लेना चाहिए फिर सुबह इसका सेवन करना चाहिए। इसी तरह शाम को भी अंजीर का सेवन करना चाहिए। यह मल में कठोरतापन को दूर करेगा और इस प्रकार गुदा को बाहर निकलने को रोकेगा। इस प्रकार अंजीर के नियमित सेवन से तीन या चार सप्ताह तक सेवन करने से बवासीर ठीक हो जाता है।
वजन घटाने में सहायक
अंजीर वजन घटाने में सहायक होता है। इसका सेवन करने से मोटे लोगों को काफी फायदा होता है। लेकिन यह भी ध्यान रखा जाना चाहिए कि जरूरत से ज्यादा अंजीर का सेवन आपकी सेहत को भी नुकसान पहुंचा सकता है।
यौन रोगों का उपचार
अंजीर का इस्तेमाल ज्यादातार यौन रोगों के उपचार के लिए भी किया जाता है। इसके साथ ही गर्भवती स्त्रियों के लिए भी अंजीर का सेवन काफी महत्वपूर्ण माना गया है। यौन दुर्बलता के उपचार में अंजीर का लाभकारी रूप से उपयोग किया जा सकता है। उन्हें अन्य सूखे मेवों जैसे बादाम और सूखे खजूर के साथ मक्खन के साथ पूरक सेवन किया जा सकता है। ऐसे मामलों में इनका प्रयोग कारगर साबित हुआ है।
हड्डियों के लिए उपयोगी
अंजीर का सेवन आपके हड्डियों को मजबूत रखने में बेहद ही सहायक होता है, क्योंकि इसमें प्रचुर मात्रा में कैल्शियम, प्रोटीन, मैग्नीशियम होता है।
कोलेस्ट्रॉल को कम करने में सहायक
अंजीर में पेक्टिन नामक फाइबर होता है जो कि कोलेस्ट्रॉल को कम करने में बेहद ही ज्यादा सहायक होता है। इसमें मौजूद फाइबर आपके पाचन तंत्र से अतिरिक्त कोलेस्ट्ल को आसानी से साफ कर देता है।
हदृय रोग से बचाव
कोरोनरी हदृय रोग एक बेहद ही घातक रोग है जो कि मुख्य रक्त वाहिकाओं को अपना शिकार बना कर रक्त प्रवाह को बाधित कर देता है। अंजीर का सेवन आपके रक्त को ट्राइग्लिसराइड के स्तर को कम करती है।
आंखों के सेवन के लिए लाभकारी
अंजीर का सेवन आपकी आंखों के लिए काफी फायदेमंद होता है, चूंकि इसमें विटामिन ए पाया जाता है तो यह आसानी से आपकी दृष्टि को बढ़ाने और मैक्युलर डीजेनरेशन को रोकने में मदद करता है।
गले के दर्द से राहत
अंजीर का सेवन ना केवल आपके गले के दर्द को कम करता बल्कि ये गले की सूजन को कम करने में बेहद ही सहायक होता है। यह खांसी और अन्य श्वास प्रणाली से संबंधित विकारों को दूर करने में काफी सहायक होता है।
पेट की जलन
प्रायः ऐसा देखा जाता है कि तीखा या मसालेदार खाना खाने के बाद शरीर में जलन होने लगती है, या एसिडिटी की समस्या हो जाती है। अगर आपके साथ भी ऐसा होता है, और आप परेशान रहते हैं, तो अंजीर फायदेमंद साबित हो सकता है। इसके लिए आप अंजीर के 1 या 2 सूखे फल को खांड़ (गुड़) में मिलाकर खाएं। इससे जलन (दाह) की परेशानी में आराम मिलता है।
सिरदर्द से आराम
अंजीर एक बहुगुणी फल है। यह सिर दर्द की परेशानी से राहत दिलाने में बहुत मदद पहुंचाता है। अगर कोई सिर दर्द की समस्या से पीड़ित है, तो उसे अंजीर के पेड़ की छाल को पीस लेना है, इसे अपने सिर पर लेप के रूप में लगाना है। इससे सिर दर्द से राहत मिलती है।
आंत की सूजन
कहते हैं कि अगर आंत स्वस्थ है, तो इससे कई रोगों से बचाव होता है। आंत से संबंधित विकारों से परेशान लोग अंजीर का प्रयोग कर सकते हैं। अंजीर आंत संबंधी कई विकारों को ठीक करने में बहुत मदद पहुंचाता है। इसका सेवन करने से आंतों की सूजन ठीक होती है।
शारीरिक कमजोरी दूर
आपको शारीरिक कमजोरी महसूस होती हो तो, आप अंजीर का इस्तेमाल कर सकते हैं। अंजीर शारीरिक कमजोरी को दूर करने के लिए बहुत ही फायदेमंद माना जाता है। इसके लिए रोज 1 अंजीर का सेवन करना है। इससे शरीर शरीर स्वस्थ होता है। अंजीर के 1 या 2 सूखे फलों को रात भर पानी में रख दें। इसे सुबह खाएं। इससे शरीर में शक्ति मिलती है।
सांसों के रोग में फायदा
जो लोग सांसों से संबंधित समस्याओं से ग्रस्त रहते हैं, उन्हें अंजीर से फायदा मिल सकता है। ऐसे लोग अंजीर की मुलायम शाखाओं को तोड़कर काढ़ा बना लें। इसे 10 से 20 मिली मात्रा में पीने से सांसों से संबंधित रोगों में लाभ होता है। अगर बच्चों को सांसों से संबंधित परेशानी है, तो सूखे अंजीर फल को शक्कर, और सिरके में पीस लें। इसे बच्चों को खिलाएं। इससे बच्चों को सांसों से सम्बन्धित रोगों में राहत मिलती है।
दमा में फायदेमंद
भारत में कई लोग दमा की बीमारी से ग्रस्त हैं। वास्तव में यह एक गंभीर रोग है, जिससे मरीज हमेशा परेशान ही रहता है। अंजीर का सेवन करने से दमा पर नियंत्रण में मदद मिलती है। इसके लिए अंजीर और गोरख इमली चूर्ण को बराबर-बराबर मात्रा में मिलाकर रख लें। इसे 1-2 ग्राम मात्रा में सुबह सेवन करें।