किसान हो गए सावधान इस मौसम में अमरूद में कई तरह की बीमारियां लगने लगती है
इस मौसम में अमरूद में कई तरह की बीमारियां लगने लगती है. विल्ट रोग किसानों के लिए सबसे बड़ी समस्या में से एक है. इस रोग का सबसे पहला लक्षण मानसून की शुरुआत के साथ शुरू होते हैं. हल्के पीले रंग के पत्ते का दिखना, साथ ही तीक्ष्णता और पत्तियों का मुरझाना (एपिनेस्टी ) इत्यादि प्रमुख लक्षण है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | अमरूद की खेती कर रहे किसानों के लिए बरसात का मौसम कुछ हद अच्छा भी है तो कुछ हद खतरनाक भी होता है, इस मौसम में अमरूद में कई तरह की बीमारियां लगने लगती है. डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय, समस्तीपुर, बिहार के अखिल भारतीय फल अनुसंधान परियोजना के प्रधान अन्वेषक एवं एसोसिएट डायरेक्टर रिसर्च डॉ एसके सिंह टीवी9 डिजिटल को बताते हैं कि अमरूद की खेती करने वाले किसान इस मौसम में बाग को भगवान भरोसे न छोड़े. विल्ट(wilt) सबसे बड़ी समस्या है. इस रोग का सबसे पहला लक्षण मानसून की शुरुआत के साथ शुरू होते हैं. हल्के पीले रंग के पत्ते का दिखना, साथ ही तीक्ष्णता और पत्तियों का मुरझाना (एपिनेस्टी ) इत्यादि प्रमुख लक्षण है.इस समय पौधे की अवस्था में, कुछ टहनियाँ नंगी हो जाती हैं और नए पत्ते या फूल नहीं निकाल पाती हैं और अंततः सूख जाती हैं. सभी प्रभावित शाखाओं के फल अविकसित, कठोर और पथरीले रहते हैं. बाद में, पूरा पौधा मुरझा जाता है और अंततः मर जाता है.