जनता से रिश्ता वेबडेस्क | Side Effects of Buttermilk: गर्मियों के सीजन में नाश्ते के साथ एक गिलास छाछ का मिल जाए तो पूरा दिन शरीर में तरावट बनी रहती है। यूं तो छाछ सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होती है। इसमें मिनरल्स, पोटेशियम, कैल्शियम, विटामिन बी 12 और फॉस्फोरस आदि पौषक तत्वों के साथ गुड बैक्टीरिया और लैक्टिक एसिड भी मौजूद होता है। जो सेहत को कई तरह से लाभ पहुंचाते हैं। छाछ पेट की सेहत को बनाए रखने के साथ चेहरे की रंगत को निखारने में भी मदद करती है। छाछ में मौजूद प्रोबायोटिक लैक्टिक एसिड चेहरे की झुर्रियों को कम करने में भी मदद करता है। छाछ में मौजूद इतने फायदों के बावजूद क्या आप जानते हैं कुछ लोगों को इसे पीने की मनाही होती है। इसे पीने से उन्हें फायदे की जगह नुकसान होता है।
छाछ के नुकसान-
ड्राई स्किन की समस्या-
चेहेर पर रोजाना छाछ का इस्तेमाल करने से स्किन बहुत ड्राई हो जाती है। छाछ में कई तरह के एसिड और अन्य तत्व पाए जाते हैं जो स्किन से जुड़ी समस्या में आपकी परेशानी बढ़ा सकते हैं। एक्जिमा होने पर भी छाछ पीने से बचना चाहिए। एक्जिमा एक प्रकार का स्किन से जुड़ा इन्फेक्शन है जिसमें आपको स्किन पर खुजली, जलन और कई अन्य समस्याएं होती हैं। इसके अलावा झड़ते बालों और डैंड्रफ की समस्या को रोकने के लिए भी छाछ का इस्तेमाल किया जाता है लेकिन बालों को छाछ से अधिक धोने से फायदे की जगह नुकसान होता है।
बुखार हाने पर-
बुखार होने पर ठंडी तासीर वाली और खट्टी चीजें नहीं खानी या पीनी चाहिए। इसलिए आपको हमेशा ये सलाह दी जाती है कि बुखार होने पर छाछ या दही का सेवन न करें।
जोड़ों में दर्द-
ऐसे लोग जो गठिया, जोड़ों में दर्द, मांसपेशियों में दर्द की समस्या से जूझ रहे हैं उन्हें छाछ भूलकर भी नहीं पीनी चाहिए। अगर आप इन समस्याओं में छाछ पीते हैं तो आपको जोड़ों में अकड़न और दर्द की समस्या ज्यादा हो सकती है।
सर्दी-खांसी-
सर्दी-खांसी की समस्या होने पर छाछ का सेवन आपकी परेशानी को और बढ़ा सकता है। आयुर्वेद में भी सर्दी-खांसी होने पर गर्म तासीर वाली चीजों का सेवन करने की सलाह दी गई है।
दिल के रोगी-
छाछ में सैचुरेटेड फैट की मात्रा अधिक होने की वजह से यह दिल के कुछ गंभीर मरीजों में कोलेस्ट्रॉल बढ़ाने का काम कर सकता है। जिन लोगों का कोलेस्ट्रॉल लेवल पहले से ही ज्यादा है उन्हें अधिक मात्रा में छाछ का सेवन नहीं करना चाहिए।