मिर्गी के मरीज जरूर करें नारियल तेल का इस्तेमाल, जानिए इसके उपयोग का तरीका

मिर्गी एक तरह का (न्यूरोलॉजिकल डिसॉर्डर) है जिसमें रोगी को बार-बार दौरे पड़ते है. मस्तिष्क में किसी गड़बड़ी के कारण बार-बार दौरे पड़ने की समस्या हो जाती है.

Update: 2020-11-30 06:46 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क| मिर्गी एक तरह का (न्यूरोलॉजिकल डिसॉर्डर) है जिसमें रोगी को बार-बार दौरे पड़ते है. मस्तिष्क में किसी गड़बड़ी के कारण बार-बार दौरे पड़ने की समस्या हो जाती है. दौरे के समय व्यक्ति का दिमागी संतुलन पूरी तरह से गड़बड़ा जाता है और उसका शरीर लड़खड़ाने लगता है. इसका प्रभाव शरीर के किसी एक हिस्से पर देखने को मिल सकता है, जैसे चेहरे, हाथ या पैर पर. इन दौरों में तरह-तरह के लक्षण होते हैं, जैसे कि बेहोशी आना, गिर पड़ना, हाथ-पांव में झटके आना. मिर्गी किसी एक बीमारी का नाम नहीं है. अनेक बीमारियों में मिर्गी जैसे दौरे आ सकते हैं. मिर्गी के सभी मरीज एक जैसे भी नहीं होते. किसी की बीमारी मध्यम होती है, किसी की तेज. यह एक आम बीमारी है जो लगभग सौ लोगों में से एक को होती है. ऐसे में इस बीमारी को कम करने के लिए हम आपको एक तरीका बताने जा रहे हैं. नारियल तेल जिसका इस्तेमाल आमतौर पर खाने और बालों के लिए होता है न सिर्फ सौंदर्य बढ़ाने का काम करता है, बल्कि यह शरीर से जुड़ी कई समस्याओं से निजात दिलाने के लिए भी काफी कारगर औषधि है.  

मिर्गी के मरीजों के लिए फायदेमंद- जिन लोगों को मिर्गी के दौरे आते हैं, उन लोगों के लिए नारियल तेल बहुत फायदेमंद है. नारियल तेल से बनाया गया भोजन खाने से मिर्गी के मरीज को मस्तिष्क में ऊर्जा मिलती है, जिससे दौरे आना कम हो जाते हैं.  
अल्जाइमर के मरीजों के लिए फायदेमंद- अल्जाइमर के मरीजों के लिए नारियल का तेल काफी लाभदायक होता है. नारियल तेल को सैचुरेटेड फैट का मुख्य स्रोत माना गया है. इसके उपयोग से शरीर स्वस्थ होता है और इसका सबसे ज्यादा प्रभाव मस्तिष्क पर पड़ता है. मस्तिष्क को नारियल तेल पोषित करता है. अल्जाइमर के रोगी नारियल तेल को उपयोग ना सिर्फ खाने में कर सकते हैं, बल्कि इससे मालिश भी करते रहें तो इससे अधिक फायदा मिलता है.  


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