डॉर्क चॉकलेट खाने से तनाव-घबराहट से जल्द करता है कंट्रोल, आइए देखते है इसके लाभ
लाइफस्टाइल: स्ट्रेस-एंग्जाइटी की समस्याओं पर समय रहते कंट्रोल किया जाना बहुत आवश्यक होता है। अगर इनपर ध्यान न दिया जाए या फिर ठीक तरीके से उपचार न हो तो इसके कारण गंभीर स्थितियों में डिप्रेशन होने का जोखिम काफी बढ़ सकता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, सभी लोगों के लिए जरूरी है कि आप अपनी मानसिक सेहत पर ध्यान दें, चिंता-तनाव जैसी स्थितियां भी गंभीर समस्याकारक हो सकती हैं, इन्हें कंट्रोल किया जाना बहुत आवश्यक होता है।
कुछ अध्ययनों में बताया गया है कि तनाव-घबराहट महसूस होने पर डॉर्क चॉकलेट खाने से आपको लाभ मिल सकता है। इतना ही नहीं इसे ब्लड प्रेशर को कंट्रोल रखने में भी फायदेमंद पाया गया है। डॉर्क चॉकलेट का सेवन करने से डिप्रेशन के मरीजों को भी लाभ मिलने के संकेत मिलते हैं, पर यह शरीर को किस प्रकार से आराम देता है?
आइए इस बारे में आगे विस्तार से समझते हैं।
डार्क चॉकलेट से तनाव में मिलता है आराम
अध्ययन बताते हैं कि डार्क चॉकलेट खाने से अक्सर तनाव में रहने वाले लोगों के लक्षणों में विशेष सुधार हो सकता है। वैज्ञानिकों ने पाया है कि दो सप्ताह तक प्रतिदिन एक मध्यम आकार की डार्क चॉकलेट (40 ग्राम) खाने से स्ट्रेस हार्मोन कोर्टिसोल के साथ-साथ न्यूरोहोर्मोनल हार्मोन के स्तर को कम करने में मदद मिल सकती है।
जिन लोगों को तनाव की समस्या होती है उनमें कैटेकोलामाइन न्यूरोट्रांसमिटर की अधिकता हो सकती है। अध्ययन के निष्कर्ष बताते हैं कि डार्क चॉकलेट इन हार्मोन्स और न्यूरोट्रांसमिटर्स को काफी हद तक कंट्रोल करने में मददगार हो सकती है।
कैसे काम करता है डार्क चॉकलेट
शोधकर्ताओं ने पाया कि डार्क चॉकलेट में कोकोआ पाया जाता है जो प्रभावी एंटीऑक्सीडेंट्स (फ्लेवोनोइड्स) का समृद्ध स्रोत है, इसके कई स्वास्थ्य लाभ हैं। इस अध्ययन में, वैज्ञानिकों ने 30 स्वस्थ वयस्कों में दो सप्ताह तक रोजाना लगभग 40 ग्राम डार्क चॉकलेट के सेवन के प्रभावों का आकलन किया।
शोध के परिणामों से पता चला कि रोजाना डार्क चॉकलेट खाने से इन प्रतिभागियों में स्ट्रेस हार्मोन का स्तर कम हो गया। शोधकर्ताओं ने यह भी पाया कि डार्क चॉकलेट आंतों में मेटाबॉलिज्म और बैक्टीरिया की गतिविधि पर भी सकारात्मक प्रभाव डालता है।
स्ट्रेस कम करने में डार्क चॉकलेट के लाभ
स्ट्रेस को कम करने के लिए डार्क चॉकलेट दो प्रकार से काम करता है।
पहला- इसमें फ्लेवोनोल्स नाम का रसायनिक यौगिक होता है जो मस्तिष्क के कार्यों पर सकारात्मक प्रभाव डालता है, मस्तिष्क को शांत करने के साथ रिएक्शन टाइम और याददाश्त में सुधार करने में भी इसके लाभ देखे गए हैं। फ्लेवोनोल्स मस्तिष्क में रक्त के प्रवाह को बढ़ाता है इससे भी स्ट्रेस में आराम मिलता है।
दूसरा- डार्क चॉकलेट में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट रक्तचाप को कम करने और रक्त के संचार को बढ़ावा देने में लाभ पहुंचाते हैं। इससे भी तनाव में आराम मिलता है।
डार्क चॉकलेट के और भी कई फायदे
मस्तिष्क को स्वस्थ रखने के अलावा डार्क चॉकलेट और भी कई प्रकार से हमारी सेहत को लाभ पहुंचा सकता है।
यह एंटीऑक्सीडेंट के रूप में कार्य करता है।
उच्च रक्तचाप और शरीर में इंफ्लामेशन को कम करने में भी इसके लाभ हैं।
बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करके यह हृदय रोगों के जोखिमों को कम करता है।