Ear Care: दिनभर कान में इयरफोन लगाने से जाने नुकसान

Update: 2024-08-06 02:33 GMT
Ear Care कान की देखभाल: आजकल हर कोई अपने स्मार्ट फोन में ही लगा रहता है। सफर के दौरान या कुछ काम करते हुए भी लोग अपने कानों में इयरफोन लगाकर तेज म्यूजिक सुनना या सोशल मीडिया पर स्क्रॉल करते रहना पसंद करते हैं। अगर दिन में कुछ देर के लिए ऐसा किया जाए तो कोई समस्या नहीं लेकिन दिक्कत तब आती है जब कुछ लोग सारा–सारा दिन अपने कान में इयरफोन लगाए रहते हैं। वो किसी से कॉल पर बात करें, कोई काम करें या खाली बैठे; आपको हर समय उनके कानों में इयरफोन लगा मिल जाएगा। अगर आप भी इन्हीं लोगों में से एक हैं या ऐसे किसी करीबी को जानते हैं तो आज ही सावधान हो जाएं। ये छोटी सी
आदत
सेहत पर बहुत भारी पड़ सकती है।
हो सकते हैं बहरेपन का शिकार
अगर आप भी पूरा दिन कान में इयरफोन लगाए रखते हैं तो अपनी आदत को तुरंत बदल लें। इसके लगातार इस्तेमाल से आप बहरेपन का शिकार भी हो सकते हैं। हाल ही में हुई एक रिसर्च के मुताबिक अगर आप दो घंटे से ज्यादा काफी तेज आवाज में गाना सुनते हैं तो कान के सुनने की क्षमता पर असर पड़ सकता है। दरअसल हमारे कान के सुनने की कैपेसिटी 90 डेसिबल होती है। अगर आप रोजाना तेज आवाज में इयरफोन का इस्तेमाल करते हैं तो ये कुल
40 Decibel
तक भी हो सकती है।
समय के साथ बढ़ जाता है दिल की बीमारियों का खतरा
कान में इयरफोन लगाकर तेज आवाज में गाना सुनने के बहुत ही घातक परिणाम भी हो सकते हैं। इससे दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। दरअसल तेज आवाज में जब हम इयरफोन का इस्तेमाल करते हैं तो हमारी हार्ट बीट काफी तेज हो जाती है। हमारा दिल जो नॉर्मल स्पीड से धड़कता है वो अचानक ही तेज स्पीड में दौड़ने लगता है। ऐसा रोजाना लंबे समय तक होने के कारण दिल की सेहत को नुकसान पहुंच सकता है जिससे कई सारी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
दिमाग पर भी पड़ता है बुरा असर
लंबे समय तक इयरफोन के इस्तेमाल से हमारे दिमाग पर भी इसका काफी नेगेटिव असर होता है। दरअसल इयरफोन से निकलने वाली इलेक्ट्रोमैग्नेटिक वेव्स हमारे दिमाग पर असर करती हैं। ये वेव्स हमारे ब्रेन सेल्स को काफी नुकसान पहुंचाती हैं। इससे हमारा दिमाग थोड़ा स्लो काम कर सकता है। कई बार हमारे दिमाग को भ्रम भी हो सकता है जैसे कहीं से भी अचानक आवाज आना। अगर आप सोते समय भी कानों में इयरफोन लगाए रहते हैं तो
दिमाग
पर इसका नेगेटिव असर और ज्यादा बढ़ जाता है।
नींद आने में हो सकती है समस्या
अगर आप इयरफोन लगाकर सोते हैं या सोने से कुछ देर पहले इयरफोन लगाकर कुछ सुनते हैं तो आपको नींद से संबंधित बीमारियां हो सकती हैं। इसमें इंसोमनिया जिसे अनिद्रा भी कहते हैं उसका खतरा काफी बढ़ जाता है। इससे हमारा स्लीपिंग पैटर्न बुरी तरह प्रभावित होता है। यह आदत हमारी बॉडी की नेचुरल रिदम यानी बॉडी क्लॉक को ब्रेक करती है जिससे खाना खाने से लेकर सोने तक सबकुछ प्रभावित होता है।
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