इन दो वजह से पैरों में नहीं पहनी जाती सोने की पायल, जानें इसके पीछे की सच्चाई

आभूषण या ज्वैलरी पहनना हिंदू परंपरा का एक अहम हिस्सा है. भारत में गहने से प्रेम करने वालों की कमी नहीं है.

Update: 2022-06-27 01:00 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। आभूषण या ज्वैलरी पहनना हिंदू परंपरा का एक अहम हिस्सा है. भारत में गहने से प्रेम करने वालों की कमी नहीं है. हमारे देश में किसी भी खास मौके, त्यौहार, शादी ब्याह में सोने-चांदी के जेवर पहने जाते हैं. हिंदु धर्म में गहनों का काफी महत्व है. ये गहने महिलाओं की खूबसूरती में चार चांद लगाते हैं. शादीशुदा महिलाएं सुहाग के तौर पर मंगलसूत्र, बिछिया और पायल पहनती है.

क्या कभी आपने सोचा है कि शरीर के हर अंग में लोग सोने के बने गहने तो पहनते हैं पर पैरों में हमेशा चांदी की ही पायल पहनी जाती है क्यों? हिंदु धर्म की मान्यताओं की मानें तो सोने और चांदी के जेवरों को पहनने का भी अपना तरीका है.
कमर के नीचे नहीं पहने जाते सोने के गहने मान्यताओं की मानें तो कहा जाता है कि कमर के नीचे सोने के आभूषण नहीं पहनने चाहिए. इसके पीछे सिर्फ धार्मिक मान्यताएं ही नहीं बल्कि वैज्ञानिक कारण भी हैं. आपने देखा भी होगा की पैरों में सोने की पायल नहीं पहनते हैं. फैशन में जरूर आज महिलाएं गोल्ड की पायल पहन लेती है. पर पैरों में चांदी की पायल पहनने की ही मान्यता है और तर्क भी हैं. तो इस रिपोर्ट में जानते हैं कि पैरों में सोने की पायल क्यों नहीं पहननी चाहिए और इससे क्या नुकसान हो सकते हैं.
धार्मिक कारण धार्मिक मान्यताओं की मानें तो नारायण यानी भगवान विष्णु को सोना अत्यंत प्रिय हैं क्योंकि सोना लक्ष्मी जी का स्वरुप होता है. लक्ष्मी जी उनकी पत्नी हैं. ऐसा माना जाता है कि कमर के निचले हिस्सों में, जैसे पैरों में सोना पहनने से भगवान विष्णु सहित लक्ष्मी जी का और समस्त देवताओं का अपमान होता है. ये तो है धार्मिक कारण अब बात करते हैं वैज्ञानिक कारण की...
वैज्ञानिक कारण
ऐसा माना जाता है कि सोने के आभूषण शरीर में गर्मी पैदा करते हैं. वहीं, चांदी शरीर को शीतलता प्रदान करती है. ऐसे में कमर के ऊपर सोने और कमर से नीचे चांदी के गहने पहनने से शरीर का तापमान संतुलित रहता है. जिससे कई तरह की बीमारियों से छुटकारा मिलता है. अगर पूरे शरीर सोने के गहने पहनेंगे तो शरीर में एक जैसी ऊर्जा का फ्लो होगा, जिससे बॉडी को नुकसान हो सकता है. आपको फिर कई तरह की शारीरिक परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है.
शरीर के तापमान के बैलेंस को बनाएं रखने के लिए कमर के नीचे चांदी के आभूषण पहने जाते हैं. सोने के गहने गर्म और चांदी के गहने ठंडे होते हैं. इसीलिए कहा गया है कि कमर के नीचे चांदी के आभूषण पहनने से शरीर में गर्मी और शीतलता का संतुलन बना रहता है.


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