डायटीशियन गरिमा बताती हैं दूध पीने से आपका वजन बढ़ेगा या नहीं, यह काफी हद तक उसके प्रकार पर निर्भर करता है जैसे- गाय का दूध, भैंस का दूध या बकरी का दूध। लेकिन वर्तमान समय में हम में से ज्यादातर लोग बाजार में मिलने वाले पैकेट वाले दूध का सेवन करते हैं। जिनमें फुल क्रीम दूध, टोंड मिल्क, डबल टोंड मिल्क और सपरेटा मिल्क शामिल है। इन सभी दूध में एक चीज है जिसका सबसे बड़ा अंतर होता है वह है उनमें मौजूद फैट। अगर आप सभी दूध की तुलना करते हैं तो आप देखेंगे कि इनमें प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट की मात्रा समान होती है, लेकिन फैट की मात्रा सभी में अलग-अलग होती है।
अगर कोई व्यक्ति वजन घटा रहा है तो जाहिर है कि उसे कम से कम फैट वाला मिल्क पीना चाहिए, क्योंकि उसके सेवन से शरीर में अतिरिक्त चर्बी नहीं बढ़ेगी। उसी तरह अगर कोई व्यक्ति वजन बढ़ाने की कोशिश कर रहा है तो उसके लिए फुल फैट मिल्क का सेवन करना ज्यादा फायदेमंद है।
डायटीशियन गरिमा की मानें तो सिर्फ दूध पीने से वजन बढ़ाने में मदद नहीं मिल सकती है। दुबले-पतले लोगों को अपनी डाइट से कैलोरी ज्यादा प्राप्त करनी होती है साथ ही प्रोटीन का सेवन भी अधिक करना पड़ता है। अगर वे एक अच्छा, संतुलित और पौष्टिक आहार लेते हैं और साथ में दूध का सेवन भी करते हैं तो निश्चित ही इससे वजन बढ़ाने में मदद मिलेगी। साथ ही नियमित एक्सरसाइज करना भी जरूरी है।
वजन कम करने वाले लोगों पर भी यह बता समान रूप से लागू होती है, उन्हें संतुलित आहार लेना चाहिए, एक्सरसाइज करनी चाहिए। लेकिन वजन कम करने वाले लोगों को जिस चीज का खास ध्यान रखना चाहिए कि उन्हें अपने आहार में ज्यादा कैलोरी वाले फूड्स शामिल नहीं करने होते हैं। उन्हें कैलोरीज कम लेनी होती हैं और दूध भी कम फैट वाला पीना होता है।
एक्सपर्ट क्या सलाह देते हैं
डायटीशियन गरिमा की मानें तो इन दिनों बाजार में जो दूध मिल रहा है उसकी शुद्धता भी एक बड़ी चिंता का विषय है। हम जो दूध पी रहे हैं उनमें मिलावट की जाती है। दूध का मांग बहुत अधिक है और उत्पादन उससे कहीं कम है। जिसकी पूर्ति के लिए गाय, भैंस को अधिक दूध का उत्पादन करने के लिए इंजेक्शन दिए जाते हैं और सिंथेटिक तरीके से दूध का उत्पादन किया जाता है, जिसमें बहुत सारे आर्टिफिशियल केमिकल डाले जाते हैं। जिससे दूध पीने से लोगों को फायदे से अधिक नुकसान हो रहा है। खासकर महिलाओं में पीसीओएस और पीसीओडी जैसी समस्याओं के लिए भी ये मिलावट वाला दूध जिम्मेदार है।
इसलिए आप दूध के सेवन से पहले दूध की शुद्धता की जांच जरूर करें। साथ ही कोशिश करें कि पैकेट वाले दूध की बजाए गाय भैंस से सीधे प्राप्त होने वाले दूध का सेवन करें। अगर पैकेट वाले दूध का सेवन कर भी रहे हैं तो बहुत अच्छी गुणवत्ता वाले दूध का विकल्प चुनें।