हमारे चेहरे की तरह पीठ की त्वचा पर भी वसामय ग्रंथियां होती हैं। ये ग्रंथियां सीबम का स्राव करती हैं। जब सीबम कीटाणु और मृत कोशिकाओं के साथ मिलते हैं तो इससे मुंहासें हो सकते हैं। पीठ के मुहांसे कष्टप्रद होते हैं। इसलिए आज हम 5 ऐसे असरदार घरेलू नुस्खे बताने जा रहे हैं, जो प्रभावित हिस्से की सूजन और दर्द को शांत करके समस्या को दूर कर सकते हैं।
प्रभावित हिस्से पर एलोवेरा जेल लगाएं
एलोवेरा जेल में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो सूजन वाले मुंहासों से राहत दिलाने में मदद कर सकते हैं।यह मुंहासे-रोधी गतिविधि भी प्रदर्शित करता है। यही वजह है कि ट्रेटीनोइन जैसी मुंहासें वाली दवाओं में एलोवेरा का उपयोग किया जाता है।लाभ के लिए ताजी एलोवेरा की पत्ती से जेल निकालें, फिर इसे प्रभावित हिस्से पर लगाएं। 30 मिनट के बाद पीठ को पानी से साफ कर लें।
एप्सम नमक का करें उपयोग
मैग्नीशियम की उपस्थिति के कारण एप्सम नमक भी पीठ के मुंहासों का उपचार कर सकता है। इसमें मौजूद सूजन-रोधी गुण मुंहासों को कम करने में मदद कर सकते हैं।लाभ के लिए पानी से भरे टब में 1 कप एप्सम नमक डालकर अच्छे से मिलाएं, फिर इस मिश्रण को पीठ पर डालें। ऐसा हर दूसरे दिन करने से आपको काफी फायदा हो सकता है।
पीठ पर नींबू का रस लगाएं
नींबू के रस में जीवाणुनाशक और सूजन-रोधी गुण होते हैं, इसलिए यह मुंहासे से प्रभावित क्षेत्र के आसपास की सूजन और दर्द को कम करने में मदद कर सकते हैं।लाभ के लिए नींबू के रस में रुई को भिगोकर मुंहासों पर लगाएं। आप चाहें तो आधे नींबू को सीधे अपनी पीठ पर भी रगड़ सकते हैं।नींबू के रस को लगभग 30 मिनट तक पीठ पर लगा रहने दें, फिर इसे पानी से धो लें।
नारियल का तेल भी है कारगर
विटामिन-ई और जीवाणुनाशक गुणों से भरपूर नारियल का तेल भी पीठ के मुंहासों को दूर कर सकता है।नारियल के तेल से मुंहासों के दाग-धब्बे भी गायब हो सकते हैं और यह मुंहासों के कारण आई सूजन को भी कम कर सकता है।लाभ के लिए नारियल के तेल को हल्का गर्म करें, फिर सर्कुलेशन मोशन में मालिश करते हुए तेल को पीठ पर लगाएं।
सेब का सिरका आएगा काम
सेब के सिरके में भी सूजन रोधी गुण होते हैं। ये न केवल मुंहासे की सूजन को कम कर सकता है, बल्कि घावों को भी दूर कर सकता है।लाभ के लिए 1 कप पानी में 1 बड़ी चम्मच सेब का सिरका डालें, फिर इसे अच्छी तरह मिलाएं और इसमें रूई भिगो दें। इसके बाद मुंहासे वाले क्षेत्रों पर रूई को हल्के हाथों से फेरे। 20 से 30 मिनट के बाद पीठ को पानी से साफ कर लें।