लंबे वक्त तक सिंगल रहने की भूलकर न करें गलती, झेलने पड़ते ये बड़े नुकसान
आजकल कई युवाओं में सिंगल रहने का चलन बढ़ता जा रहा है. इसकी वजह ये है कि वे अपनी जिंदगी में किसी का दखल नहीं चाहते.
आजकल कई युवाओं में सिंगल रहने का चलन बढ़ता जा रहा है. इसकी वजह ये है कि वे अपनी जिंदगी में किसी का दखल नहीं चाहते. वे नहीं चाहते कि उनके सोने, उठने, घूमने और खर्च करने पर कोई किसी तरह की टोका-टोकी करे. इसके चलते वे शादी के नाम से दूर भागते हैं और कोई न कोई बहाना बनाकर उसे टालते चले जाते हैं. असल में वे परिवार की जिम्मेदारी लेने से डरते हैं और अपनी कथित आजादी खोने से डरते हैं. लेकिन जीवन जीने का क्या यह तरीका ठीक है. आइए आज आपको इस प्रवृति के तमाम पहलुओं से अवगत कराते हैं.
अनजानी बात का लगा रहता है डर
रिलेशनशिप एक्सपर्टों के मुताबिक जो युवा अपनी जिंदगी में सिंगल (Unmarried Life) रहने का विकल्प चुनते हैं, वे भावनात्मक रूप से कमजोर होते हैं. ऐसे लोगों को अपने ऊपर भरोसा नहीं होता और वे हमेशा किसी अनजानी बात से डरे रहते हैं. उनमें जिंदगी के प्रति निराशा और डर करता चला जाता है. ऐसे लोग खुश होने का दिखावा करते हैं लेकिन अंदर वे धीरे-धीरे कमजोर होते जाते हैं. सिंगल रहने वाले लोग बहुत जल्दी मानसिक तनाव का शिकार होते हैं.
अंदर से होते जाते हैं खोखले
जो युवा बिना शादी किए अकेले रहते हैं, उन्हें अपनी जिंदगी की सारी छोटी-बड़ी समस्याएं खुद सुलझानी पड़ती हैं. जब उन्हें किसी समस्या का समाधान नहीं मिलता तो वे परेशान हो उठते हैं. चूंकि वे लाइफ में सिंगल होते हैं, ऐसे में उन्हें सही सलाह और सहारा देने के लिए कोई पास में नहीं होता. इसका नतीजा ये होता है कि उन्हें छोटी-छोटी बातों पर रोना आ जाता है. उन्हें लगता है कि परिवार के बाकी लोगों ने उसके साथ अन्याय किया है. वे अपनी हर नाकामी के लिए परिवार के दूसरे लोगों को दोषी मानने लगत हैं.
परिवार में सबसे हो जाते हैं दूर
सिंगल (Unmarried Life) रहकर पारिवारिक जिम्मेदारियों से बचने वाले युवा समाज में लोगों से घुलना-मिलना छोड़ देते हैं. वे लोगों के सुख-दुख में शामिल नहीं होते और किसी भी रिश्ते में आसानी से तालमेल नहीं बिठा पाते. इसका नतीजा ये होता है कि धीरे-धीरे वे परिवार और समाज दोनों से दूर होते चले जाते हैं. अकेले रहने से उन पर चिड़चिड़ाहट हावी चली जाती है. जब वे किसी परेशानी में पड़ते हैं तो अपने खराब व्यवहार की वजह से कोई भी उनकी मदद के लिए खड़ा नहीं होता.
रिश्तों में नहीं कर पाते एडजस्टमेंट
परिवार आपसी समन्वय और समझौते का नाम होता है. इसके लिए परिवार में मिलजुलकर काम किया जाता है और एक-दूसरे की चीजें भी शेयर करनी पड़ती हैं. लेकिन सिंगल रहने की आदत पाल चुके लोगों को अकेले रहने की बुरी आदत हो जाती है. ऐसे में जब परिवार या कुटुंब के दूसरे लोग उसके घर आते हैं तो वह आसानी से उनके साथ एडजस्ट नहीं कर पाते और अपनी चीजें भी उनके साथ शेयर करने में दिक्कतें आती हैं. इससे रिश्तों में खटास बढ़ती चली जाती है.
जल्दी मौत होने का बड़ा खतरा
कई रिसर्च में सामने आया है कि लंबे वक्त तक सिंगल यानी अनमैरिड (Unmarried Life) रहने से जल्दी मौत के मुंह में समाने के खतरे भी ज्यादा रहते हैं. इसकी वजह ये होती है कि सिंगल रहने वाले अधिकतर लोग हाईपरटेंशन, हाई बीपी और डिप्रेशन के रोगी बन जाते हैं. ये तीनों बीमारियां धीरे-धीरे उसे मौत के मुंह की ओर खींचकर ले जाती हैं. जबकि शादी कर लेने से उसका तनाव परिवार के दूसरे लोग हंस-बोलकर दूर कर देते हैं और वह व्यक्ति लंबा जीवन जी पाता है.