लाइफस्टाइल: व्रत के दौरान बहुत से लोग बीपी, डायबिटीज और नियमित रूप से लेने वाली दवाईयों को लेना भी बंद कर देते हैं। जिसके कारण उनके स्वस्थ को काफी नुकसान भी हो सकता है। नवरात्रि के व्रत के दौरान डायबिटीज के मरीजों को अपना ज्यादा ध्यान रखना चाहिए। व्रत रखने से पहले उन्हें कुछ बातों का अच्छे से ख्याल रखना होगा। पहले ही अपने डायट प्लान को तैयार कर लें, ताकी ब्लड शुगर लेवल सामान्य बना रहे। लेकिन व्रत रखने से पहले एक बार अपने डॉक्टर और डाइटिशियन से सलाह जरुर ले लें।- अपने व्रत के फलहार में कॉम्पलेक्स कार्ब्स और कम कैलोरी वाले ड्रिंक को शामिल करें। ज्यादा हैवी खाने से बचें। - व्रत के दौरान अपने फलहार में लो जीआई कार्ब्स जैसे कुट्टू की रोटी और सब्जियां शामिल करें। खाने से पहले सलाद जरुर खाएं, ताकि आपका पोस्ट प्रांडियल शुगर का स्तर नियंत्रित रहे। - कम फैट वाले छाछ, दही, पनीर डेयरी प्रोटीन अपनी डायट में शामिल करें, ताकि डायबिटीज की क्रेविंग को खत्म किया जा सकें। - डायबिटीज के मरीज थोड़ी थोड़ी देर में कुछ न कुछ खाते रहें। तला भूना कम खाने की कोशिश करें। - मीठे फल खाने के स्थान पर सेब, खीरा जैसे फल खाएं। मिठाई, फल या ड्राई फ्रूट्स खाने के आधे घंटे बाद या पहले पानी पिएं। नहीं तो खांसी की समस्या हो सकती है। व्रत में चीनी का स्तर कम होने का खतरा व्रत के दौरान जब व्रती का पेट खाली होता है तो उसकी वजह से आपके शरीर में चीनी की मात्रा को कम कर सकता है। इसलिए डायबिटीज पेशेंट व्रत रखने से पहले अपने डॉक्टर से जरुर सलाह ले लें। बीपी, कोलेस्ट्राल या अन्य दवाओं को व्रत के दौरान बंद करने से पहले भी डॉक्टर की सलाह ले लें।