कई बार घर और परिवार की जिम्मेदारियों के बोझ में उलझकर महिलाएं अपनी सेहत का ख्याल नहीं रख पाती, लेकिन कुछ पोषक तत्व उनके शरीर के लिए बेहद जरूरी होते हैं, अगर इसकी कमी हो जाए तो महिलाओं को कई डिफिशिएंसी डिजीज और कमजोरी का सामना करना पड़ सकता है. ऐसा ही एक न्यूट्रिएंट है विटामिन डी जिसकी कमी महिलाओं को नहीं होनी चाहि वरना उन्हें अटैक, स्ट्रोक, हड्डियों में दर्द और जोड़ों में दर्द का सामना करना पड़ सकता है. आइए जानते हैं कि इस विटामिन की कमी को कैसे पहचानें.
विटामिन डी की कमी के लक्षण
1. ज्यादा बीमार होना
जिन महिलाओं के शरीर में विटामिन डी की मात्रा कम होती है उनमें रोग प्रतिरोधक क्षमता को नुकसान पहुंचता है और वो ज्यादा बीमार रहती हैं. आपकी बॉडी में मौजूद विटामिन डी इम्यून सिस्टम को स्ट्रॉन्ग बनाता है जिससे संक्रमण और रोगों का खतरा कम हो जाता है.
2. थकावट
विटामिन डी की कमी से महिलाएं डेली लाइफ की नॉर्मल एक्टिविटीज करना मुश्किल हो जाता है, अक्सर उन्हें थकान और कमजोरी का सामना करना पड़ता है, क्योंकि ऐसी स्थिति में बॉडी में बल्ड शुगर लेवल कम हो जाता है.
3. टेंशन
बहुत कम लोग इस बात से वाकिफ हैं कि विटामिन डी हमारे मेंटल हेल्थ को बेहतर रखने का काम करता है. चूंकि महिलाओं को इमोशनली सेंसिटिव माना जाता है, इसलिए उन्हें ये विटामिन जरूर हासिल करना चाहिए, नहीं तो वो टेंशन और डिप्रेशन के शिकार हो जाएंगे.
4. हड्डियों में कमजोरी
कैल्शियम की तरह विटामिन डी को भी हड्डियों की मजबूती के लिए जिम्मेदार माना जाता है, अगर महिलाओं के शरीर में इस विटामिन की भरपूर मात्रा नहीं पहुंचेगी तो उनकी हड्डियां कमजोर हो जाएंगे और उनमें काफी दर्द होगा.
विटामिन डी हासिल करने के लिए क्या करें
विटामिन डी को सनसाइन विटामिन भी कहा जाता है क्योंकि ये धूप के जरिए शरीर को मिलता है. अगर आप रोजाना 10 से 20 मिनट तक सूरज की रोशनी में रहते हैं तो आपको इसकी कमी नहीं होगी. हालांकि कुछ भोजन के जरिए भी विटामिन डी को हासिल किया जा सकता है, जैसे-मिल्क प्रोडक्ट, फैटी फिश, मशरूम.