जनता से रिश्ता वेबडेस्क। हर साल 15 दिसंबर को इंटरनेशनल टी डे (International Tea Day 2021) मनाया जाता है। अंतर्राष्ट्रीय चाय दिवस की शुरुआत 15 दिसंबर 2005 को नई दिल्ली से हुई थी। लेकिन अब इसे 21 मई को मनाने जाने लगा है। लेकिन भारत में आज भी कई संस्था इसे 15 दिसंबर को मनाती हैं। खैर दिन चाहे कोई भी हो, भारत में चाय की दीवानगी इस कदर है कि लोग हर दिन चाय दिवस मना सकते हैं। वैसे तो भारत में तरह-तरह की चाय पी जाती है। घरों से लेकर हर गली-नुक्कड़ पर आपको चाय के ठेले पर 5-10 लोगों की भीड़ दिख ही जाएगी। लेकिन आज हम जिस चाय की रेसिपी आपको बताने जा रहे है, इसमें ना ही चाय पत्ती डाली जाती है और ना ही दूध डाला जाता है, लेकिन स्वाद और सेहत में ये कमाल होती है, तो चलिए आपको बताते हैं, भुट्टे के बाल की चाय बनाने की रेसिपी। इसे बनाने के लिए आपको चाहिए-
सूखा और ताजा मक्के का रेशा
नींबू का रस
शहर
कॉर्न सिल्क टी की विधि
मक्का के रेशे की चाय बनाने के लिए सबसे पहले एक पैन में पानी उबलने रख दें। जब पानी में अच्छे से उबाल आ जाए तो इसमें मुट्ठी भर मक्के का रेशा डाल दें और इसे कुछ देर तक बॉयल होने दें। आप देखेंगे कि पानी का रंग हल्का पीला हो गया है और इसमें से बहुत अच्छी खुशबू भी आने लगी है। इस समय आप गैस को बंद कर दीजिए। अब इसमें आधा नींबू और कुछ बूंद शहद की डालें। इससे चाय का स्वाद और ज्यादा बढ़ जाएगा। आप इस चाय को ठंडा या गर्म दोनों तरीके से पी सकते हैं। सर्दी के दिनों में मक्का के रेशे की चाय बहुत ही लाजवाब लगती है।
मक्का के रेशे के फायदे
ठंड के दिनों में भुट्टे की चाय पीने के कई फायदे होते हैं। यह बॉडी से टॉक्सिंस निकालकर किडनी को हेल्दी रखता है और किडनी स्टोन के खतरे से भी बचाता है। भुट्टे के रेशे से बनी चाय मोटापे को कम करने में भी मदद करती है। साथ ही कोलेस्ट्रोल के मरीजों के लिए बहुत ही फायदेमंद होती है। इससे बड़ा हुआ कोलेस्ट्रॉल लेवल कम हो जाता है। यह ब्लड शुगर को नियंत्रित रखने के साथ-साथ डाइजेशन के लिए भी बहुत फायदेमंद है। कॉर्न सिल्क टी के नाम से मशहूर यह चाय anti-inflammatory एजेंट के रूप में काम करती है, जो यूरिन इन्फेक्शन और अन्य बैक्टीरियल इन्फेक्शन के जोखिम को भी कम करती है। साथ ही ठंड के दिनों में इम्यूनिटी भी बूस्ट करती है।