एनीमिया से पीड़ित व्यक्ति के लिए पोहे का सेवन है फायदेमंद
एनीमिया से पीड़ित व्यक्ति के लिए
शरीर को स्वस्थ रखने के लिए जरूरी है की आप अपने आहार में पोषक तत्वों को शामिल करे, फिरचाहे नाश्ता हो, सुबह का खाना हो या रात का खाना हो । पुरे दिन भर के खानपान में सबसे ज्यादा महत्व सुबह के नाश्ते का होता है और इसमें भी यह सबसे जरूरी है की नाश्ते में अधिक से अधिक स्वास्थ्यवर्धक चीजों का इस्तेमाल किया जाये और इन्ही में से एक है पोहे का नाश्ता करना जो की हल्का भोजन भी है और पचाने में भी आसान होता है।पोहा एक ऐसी ही डिश है जो कई तरह से हमारे लिए फायदेमंद है। आइये जानते है पोहे को पोष्टिक आहार के रूप में क्या जाना जाता है....
पोहा पूरी तरह से ग्लूटेन फ्री होता है इसलिए इसे वे लोग भी खा सकते हैं जिन्हें ग्लूटेन से एलर्जी है। इसके अलावा यह वजन कम करने वाले लोगों के लिए भी बहुत फायदेमंद है।
पोहे में आयरन की मात्रा बहुत ज्यादा होती है जो शरीर के ब्लड सेल्स के लिए बहुत फायदेमंद है। जो लोग एनीमिया से पीड़ित हैं उन्हें भी नाश्ते में पोहे का सेवन करना चाहिए।
पोहा में विटामिन बी-1 भी अधिक मात्रा में पाया जाता है। इसलिए डायबिटीज के मरीजों के लिए यह डिश उपयुक्त है। इसे खाने से ब्लड शुगर लेवल नियंत्रित रहता है।
जिन लोगों को पाचन से जुडी समस्याएं हैं या जो लोग कब्ज़ जैसी बीमारियों से पीड़ित हैं वे भी पोहा खा सकते है। यह बहुत हल्का होता है और आसानी से पच भी जाता है।
वजन कम करने के लिए यह आपके लिए सर्वोतम नाश्ता है। इसमें मौजूद फाइबर आपके पेट को देर तक भरा हुआ रखता है जिससे आप बार बार खाने की आदत से बच जाते हैं।
पोहा में प्रोटीन की मात्रा भी बहुत ज्यादा होती है जो की मांसपेशियों के लिए बहुत ज़रूरी है। वर्कआउट करने के बाद पोहा खाना बहुत ही फायदेमंद रहता है और इससे बॉडी बिल्डिंग में मदद मिलती है।
पोहा को दही के साथ खाना हड्डियों के लिए बहुत फायदेमंद होता है। अगर आपकी हड्डियाँ कमजोर हैं या हड्डियों में दर्द बना रहता है तो रोजाना नाश्ते में पोहा खाएं।