स्मृति शक्ति और एकाग्रता बढ़ाता है कलौंजी का सेवन, जाने और फ़ायदे

Update: 2024-04-18 11:32 GMT
ऐसा कहा जाता है कि कलौंजी मौत को छोड़कर हर मर्ज़ की दवा है। ये जीवन से भरपूर गुणों वाली एक असरदार दवा है लेकिन बहुत कम लोग ही इसके गुणों के बारे में जानते हैं कलौंजी बहुत से रोगों में और बहुत तेज़ी से फायदा करती हैं आज हम यहाँ उनमे से आपको कुछ रोगों का उपचार कलौंजी के द्वारा बता रहे हैं। आइये जानते हैं कलौंजी के फायदे कि विभिन्न रोगों में कलौंजी के बीजों का उपयोग कैसे करना है।
बालों के लिए :
कलौंजी में उपस्थित एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-माइक्रोबियल गुण बालों की जड़ो को मजबूत बनाते है और उन्हें झड़ने से रोकते हैं।
स्मरणशक्ति बढ़ाने में :
कलौंजी बीज का एक और लाभ स्मृति शक्ति और एकाग्रता को बढ़ाना है। यह अनुपस्थिति का इलाज करने और सतर्कता बढ़ाने में भी मदद करता है।
कान के रोग :
कान की सूजन में या बहरापन में कलौंजी के तेल को अच्छे से कधकधा लें और ठंडा होने के बाद कान में डालने से कान की सूजन दूर हो जाती है और साथ ही इससे कम सुनायी देना और बहरापन जैसे रोगों में भी फायदा होता है।
डायबिटीज :
कलौंजी डायबिटीज से सुरक्षा देता है। साथ ही ये कील-मुंहासों की समस्याओं में भी राहत पहुंचाता है। कलौंजी का इस्तेमाल दिमागी क्षमता बढ़ाने के लिए भी किया जाता है। इसके अलावा कलौंजी अस्थमा और जोड़ों के दर्द में भी फायदेमंद होता है।
चर्म रोग :
कलौंजी का उपयोग चर्म रोग की दवा बनाने में भी होता है। कलौंजी को पीस कर सिरके में मिलकर पेस्ट बनाए और मस्सों पर लगा लीजिये। मस्से कट जायेंगे। मुंहासे दूर करने के लिए कलौंजी और सिरके का पेस्ट रात में मुंह पर लगा कर सो जाएँ।
मुहांसे :
कलौंजी को पीसकर सिरके में मिलाके रात को सोने से पहले अपने चेहरे पर लगाएं और सुबह ठन्डे पानी से चेहरे को धो लें ऐसा करने से आपके चेहरे के मुंहासे 7 दिन में ही ठीक हो जाते हैं।
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