धनिया के बीज के फायदे (Benefits of Coriander Seeds in hindi)
धनिया के बीज का सेवन करने से गठिया जैसी बीमारी के लक्षणों को कम किया जा सकता है। धनिया के बीज में लिनोलिक एसिड की मात्रा पायी जाती है जो शरीर में एंटी-अर्थराइटिस की तरह कार्य करता है जिससे जोड़ों के दर्द की समस्या में राहत मिलती है। इसके अलावा धनिया के बीज में एंटी-ऑक्सीडेंट गुण भी पाए जाते हैं जिससे गठिया के रोगियों को बहुत फायदा मिलता है।
धनिया के बीज का नियमित रूप से उपयोग करने से मधुमेह जैसी बीमारी से बचाव करने में बहुत मदद मिलती है। धनिया के बीज में पॉलीफेनोल (Polyphenol), फ्लेवोनॉइड (Flavonoid) एवं बीटा-कैरोटिनॉइड (Beta-carotenoid) जैसे यौगिक पाए जाते हैं जो रक्त में ग्लूकोज के स्तर को संतुलित रखने में बहुत मददगार होते हैं। इसके अलावा धनिया के बीज का सेवन करने से टाइप-2 डाइबिटीज के रोगियों को भी बहुत फायदा मिलता है।
धनिया के बीज का सेवन करने से अनीमिया जैसी बीमारी से बचाव करने में बहुत मदद मिलती है। अनीमिया आयरन की कमी से होने वाली बीमारी के कारण होता है जिसमें शरीर में रक्त की कमी हो जाती है। धनिया के बीज में विटामिन C की मात्रा भी पायी जाती है जो शरीर में आयरन के अवशोषण को बढ़ावा देने का कार्य करते हैं। इसके अलावा धनिया के बीज में आयरन की मात्रा पाई जाती है जिससे शरीर में रक्त की मात्रा में वृद्धि होती है।
धनिया के बीज के इस्तेमाल से पाचन क्रिया दुरुस्त रहती है जिससे पेट संबंधी समस्याओं से छुटकारा पाने में आसानी होती है। धनिया के बीज में एंटीऑक्सीडेंट के साथ-साथ फाइबर की भी पर्याप्त मात्रा पायी जाती है जिससे पेट में कब्ज, अपच, एसिडिटी एवं ऐंठन की समस्या नहीं होती। पेट की समस्या से पीड़ित व्यक्तियों को धनिया के बीज का सेवन करने से बहुत फायदा मिलता है।
धनिया के बीज का नियमित रूप से सेवन करने से हृदय का स्वास्थ्य बेहतर रहता है। धनिया का बीज शरीर के कोलस्ट्रोल एवं फैट के स्तर को घटाने का कार्य करते हैं जिससे हृदय संबंधी रोगों का खतरा कम होता है। धनिया के बीज में हाइपोलिपिडेमिक (Hypolipidemic) गुण पाया जाता है जिससे हृदय को स्वस्थ रखने में आसानी होती है। इसके अलावा धनिया के बीज के उपयोग से हार्ट अटैक एवं स्ट्रोक के खतरों को भी घटाया जा सकता है।
धनिया के बीज का सेवन करने से मिर्गी (Epilepsy) की समस्या में होने वाले दौरे की समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है। दरअसल मिर्गी एक मानसिक विकार है जिसमें मानसिक गतिविधि असामान्य हो जाती है। धनिया के बीज में एंटी-कंविलिसेंट (Anti-Convalescent) गतिविधि पायी जाती है जिससे मस्तिष्क की कार्य प्रणाली सामान्य रहती है। इसके अलावा धनिया के बीज के इस्तेमाल से याददाश्त भी तेज होती है।
धनिया के बीज के इस्तेमाल से मासिक धर्म के दौरान महिलाओं को होने वाली समस्याओं से छुटकारा मिलता है। मासिक धर्म के दौरान अक्सर महिलाओं को अत्यधिक पेट दर्द एवं कमर दर्द की समस्या से गुजरना पड़ता है। ऐसे में धनिया के बीज की बनी चाय का सेवन करने से बहुत फायदा मिलता है। धनिया के बीज में एंटी-इंफ्लामेटरी एवं एनाल्जेसिक प्रभाव पाए जाते हैं जिससे शरीर में दर्द को घटाने में आसानी होती है।
धनिया के बीज का इस्तेमाल करने से त्वचा संबंधी विकारों से बचाव करने में बहुत मदद मिलती है। धनिया के बीज में विटामिन C के साथ-साथ एंटी-बैक्टीरियल एवं एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण भी पाए जाते हैं जिससे त्वचा संबंधी संक्रमण के खतरों से छुटकारा पाया जा सकता है। धनिया के बीज की मदद से कील-मुहांसे, डार्क सर्कल्स एवं छाईयों की समस्या से मिलती है।
धनिया के बीज का सेवन करने से बालों का स्वास्थ्य बेहतर रहता है। धनिया के बीज में जिंक एवं आयरन की भरपूर मात्रा पायी जाती है जिससे बाल झड़ने की समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है। धनिया के बीज के इस्तेमाल से बालों की जड़ों को मजबूती मिलती है जिससे बाल झड़ने की समस्या से जूझ रहे लोगों को बहुत फायदा मिलता है।