मानसून में नहीं बीमार पड़ेगे बच्चे, पेरेंट्स डाइट में दे ये चीजें
बच्चे का स्वास्थ्य माता-पिता की पहली चिंता होता है। गर्भ में पलते समय से लेकर उसके जन्म के बाद तक बच्चे का ध्यान कैसे रखा जाए, माता-पिता अक्सर इन्हीं चीजों को सोचते हैं।
बच्चे का स्वास्थ्य माता-पिता की पहली चिंता होता है। गर्भ में पलते समय से लेकर उसके जन्म के बाद तक बच्चे का ध्यान कैसे रखा जाए, माता-पिता अक्सर इन्हीं चीजों को सोचते हैं। बच्चों को ऐसा क्या दिया जाए कि उनका स्वास्थ्य खराब न हो, उनकी परवरिश कैसे की जाए। पेरेंट्स सारा दिन बस यही सोचते रहते हैं। खासकर बदलते मौसम के साथ तो माता-पिता की चिंता और भी ज्यादा बढ़ जाती है। इस दौरान बच्चे को वायरल बीमारियां बहुत ही जल्दी घेरती हैं। आप इस दौरान कुछ बातों का खास ध्यान रखकर बच्चे की देखभाल कर सकते हैं। तो चलिए जानते हैं इनके बारे में...
ड्राई फ्रूट्स जरुर खिलाएं
मानसून के मौसम में आप बच्चे को बीमारियों से बचाने के लिए ड्राई फ्रूट्स भी जरुर खिलाएं। आप उन्हें सुबह सूखे मेवे दे सकते हैं। इसके अलावा आप बच्चे को भीगे हुए बादाम, अखरोट और अन्य ड्राई फ्रूट्स भी दे सकते हैं। आप बच्चों का सुबह ताजे फल भी दे सकते हैं। सुबह के समय ड्राई फ्रूट्स, फल और नट्स आपके बच्चे को सारा दिन एनर्जी से भरपूर रखेंगे। ड्राई फ्रूट्स में एंटीऑक्सीडेंट्स, आयरन और प्रोटीन की भरपूर मात्रा पाई जाती है, जो बच्चे का इम्यून सिस्टम मजबूत करने में मदद करते हैं।
आंवला खिलाएं
आंवला में पर्याप्त मात्रा में विटामिन-सी, कैल्शियम, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, फॉस्फोरस जैसी पोषक तत्व पाए जाते हैं। यह सारे पोषक तत्व बच्चे के शरीर के लिए बहुत ही फायदेमंद होते हैं। आंवला में पाए जाने वाला विटामिन-सी इंफेक्शन से लड़ने में भी आपकी सहायता करता है। आप आवंले का मुरब्बा, शरबत और अचार बच्चे को खिला सकते हैं।
घर का खाना दें
बच्चे आजकल घर के खाने से ज्यादा जंक फूड खाना पसंद करते हैं। लेकिन मानसून के मौसम में जंक फूड खाने से बच्चे बीमार हो सकते हैं। इसलिए इस मौसम में आप बच्चे को हमेशा घर पर बना खाना ही खाएं। यदि बच्चा केचअप खाने की जिद्द करता है तो आप उसे घर में ही टमाटर की चटनी बनाकर दे सकते हैं। इसके अलावा आप बच्चे को बाहर का पिज्जा, बर्गर भी खाने न दें। आप उन्हें घर पर बना हुआ ताजा खाना खिलाएं।
खेलना भी है जरुरी
बारिश के मौसम में पेरेंट्स बच्चों का बाहर नहीं खेलने देते। क्योंकि इस मौसम में इंफेक्शन बढ़ने का खतरा रहता है। आप बच्चे को यदि बाहर नहीं भेजना चाहते तो घर पर ही उसे कुछ फिजिकल एक्टिविटीज करवा सकते हैं। एक्सपर्ट्स के अनुसार, बच्चों को दिन में कम से कम 90 मिनट जरुर खेलना चाहिए।