स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद होते है अजवाइन, जानिए इसके 6 साइड इफेक्ट्स
अजवाइन भारतीय घरों में इस्तेमाल होने वाला आम मसाला है
अजवाइन भारतीय घरों में इस्तेमाल होने वाला आम मसाला है. ये खाने के स्वाद और सुगंध को बढ़ाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है. पेट दर्द में अक्सर बड़े बुजुर्ग अजवाइन खाने की सलाह देते हैं. कहा जाता है (Ajwain) नमक और अजवाइन के साथ खाने से पेट दर्द ठीक होता है. अजवाइन का इस्तेमाल परांठे और पूरियां आदि में भी किया जाता है. नियमित रूप से एक सीमित मात्रा में इसका सेवन किया जाए तो इसके कई लाभ मिलते हैं. ये स्वास्थ्य (Side Effects of Ajwain) के लिए बहुत ही फायदेमंद होती है. इसमें मिनरल, फाइबर, विटामिन और एंटीऑक्सीडेंट जैसे गुण होते हैं.
बहुत से लोग इसके लाभ प्राप्त करने के लिए अजवाइन के पानी का सेवन करते हैं. ये अपच या एसिडिटी से तुरंत राहत दिलाने का काम करता है. ये सर्दी का इलाज करने में मदद करता है. ये कान और दांतों के दर्द को दूर करता है. ये त्वचा पर निखार लाता है. ये गठिया के दर्द को कम करता है. लेकिन इसका अधिक मात्रा में सेवन आपको नुकसान भी पहुंचा सकता है. अजवाइन का अधिक सेवन करने से मतली,उल्टी, सीने में जलन और एसिडिटी की समस्या हो सकती है.
अजवाइन के साइड इफेक्ट्स
अजवाइन में थाइमोल होता है. इससे चक्कर आना, मतली और उल्टी हो सकती है. इसलिए अधिक मात्रा में इसका सेवन करने से बचें.
अजवाइन के बीजों में बायोएक्टिव तत्व होता है. ये मुंह में सूजन पैदा कर सकते हैं. इसके कारण जलन और मुंह के छाले हो सकते हैं.
गर्भवती महिलाओं को इसके सेवन से परहेज करना चाहिए. इसकी तासीर गर्म होती है. अजवाइन के बीज शरीर में गर्मी को बढ़ा सकते हैं. ये आपके स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकते हैं.
अजवाइन के अधिक सेवन से पाचन संबंधित समस्या हो सकती है. अधिक मात्रा में इसके सेवन से सीने में जलन हो सकती है. इसलिए ऐसा करने से बचें.
बहुत से लोग पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने के लिए बहुत अधिक अजवाइन के पानी का सेवन करते हैं. लेकिन इसका सेहत पर बुरा असर भी पड़ता है. इससे एसिडिटी की समस्या हो सकती है.
अगर आपको लिवर संबंधित कोई समस्या है तो इसके सेवन से बचें. अजवाइन का अधिक इस्तेमाल आपकी समस्या को बढ़ा सकता है. इसका सेवन करने से पहले एक बार डॉक्टर से जरूर सलाह लें.
हाई ब्लड प्रेशर से पीड़ित लोगों को इसका सेवन ज्यादा नहीं करना चाहिए. इसका हार्ट रेट पर बुरा प्रभाव पड़ता है. इससे हार्ट रेट कम हो सकती है.