प्रेगनेंसी में गाजर मां और बच्‍चे के लिए होती है इतनी फायदेमंद, जानिए कैसे

प्रेगनेंसी डायट में आपको ऐसी चीजों को शामिल करना चाहिए जो पोषक तत्‍वों से भरपूर हों। आज हम आपको यही बताने जा रहे

Update: 2020-11-07 10:42 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क | प्रेगनेंसी डायट में आपको ऐसी चीजों को शामिल करना चाहिए जो पोषक तत्‍वों से भरपूर हों। आज हम आपको यही बताने जा रहे हैं कि गर्भावस्था के दौरान गाजर को अपने आहार में शामिल करने का क्‍या महत्व है और इसके फायदे-नुकसान क्‍या-क्या हैं?

गर्भावस्था में गाजर के पोषक तत्व

100 ग्राम गाजर में कैलोरी 41Kcal, कार्बोहाइड्रेट 9.58 ग्राम, प्रोटीन 0.93 ग्राम, फाइबर, 2.8 ग्राम, फैट 0.24 ग्राम, शुगर 4.5 ग्राम, विटामिन ए 5 मिग्रा, विटामिन सी 6 मिग्रा, विटामिन बी 60.135 ग्राम, विटामिन के 13.2 मिग्रा, सेलेनियम 11 मिग्रा, मैंगनीज 0.143 मिग्रा, कॉपर 0.045 मिग्रा, पोटेशियम 320 मिग्रा, सोडियम 69 मिग्रा, कैल्शियम 33 मिग्रा, आयरन 0.3 मिग्रा, मैग्नीशियम 12 मिग्रा, जिंक 0.24 मिग्रा और फास्फोरस 35 मिग्रा होता है।

गर्भावस्था के दौरान गाजर खाने के फायदे

गाजर में कई तरह के विटामिन और मिनरल प्रचुर मात्रा में उपलब्ध होते हैं। इसे पोषक तत्वों का खजाना भी कहा जाता है। यह जमीन पर उगने वाली सब्जी है जिसे कच्चा और पकाकर दोनों तरह खाया जा सकता है। गाजर को गर्भावस्था में खाना सेहत के लिए बहुत लाभकारी होता है।

गाजर विटामिन ए का बहुत अच्छा स्रोत होती है, इसलिए यह आंखों के लिए बहुत फायदेमंद मानी जाती है। इससे गर्भस्‍थ शिशु की आंखों की रोशनी तेज करने में मदद मिलती है।

गाजर में उच्‍च मात्रा में विटामिन सी होता है, जो इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने में सहायक होता है।

इसमें मौजूद कैल्शियम और विटामिन ए, बीटा कैरोटीन पाया जाता है, जो भ्रूण के विकास में मदद करता है।

गाजर का सेवन एनीमिया को रोकने में भी मददगार होता है क्योंकि इसमें आयरन और विटामिन सी भरपूर मात्रा में होता है।

गर्भावस्था में कब्ज की परेशानी आम होती है, चूंकि, गाजर में फाइबर होता है इसलिए इसे खाने से कब्ज की समस्या नहीं रहती।गाजर में फास्फोरस होता है जो शरीर की ऐंठन और मांसपेशियों की अकड़न को दूर करता है।

गाजर खाने से प्रेगनेंसी में होने वाले हाई ब्‍लड प्रेशर को भी नियंत्रण किया जा सकता है।

गाजर में मैंगनीज होता है जो गर्भस्थ शिशु की हड्डियों और कार्टिलेज के निर्माण के लिए आवश्यक होता है।

गाजर में पर्याप्त मात्रा में विटामिन बी और फोलिक एसिड होता है जो गर्भस्थ शिशु के तंत्रिका तंत्र और मस्तिष्क के विकास में सहायक होते हैं। यह शिशु में जन्म संबंधी दोष जैसे कि स्पाइना बिफिडा जैसी बीमारी को रोकने में भी मदद करते हैं।

प्रेगनेंसी में गाजर खाने के नुकसान

माना कि गाजर खाना गर्भवती महिला के लिए फायदेमंद होता है, लेकिन कुछ स्थितियों में इसके नुकसान भी हो सकते हैं:

गाजर में कैरोटीन नामक पदार्थ होता है जिसकी अधिक मात्रा त्वचा के लिए हानिकारक हो सकती है।

यदि आप अधिक मात्रा में गाजर का सेवन करती हैं तो विटामिन ए की उच्‍च मात्रा आपके शरीर में अधिक हो जाती है जो भ्रूण के विकास के लिए सही नहीं है।

गाजर का सेवन ज्यादा करने से सिरदर्द या जी मतली जैसी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।

गाजर का जूस ज्यादा मात्रा में पीने से गर्भावस्था में सिरदर्द और सुस्ती हो सकती है।

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