Skin Care: सर्दियों में ठंडी हवा और रूखी त्वचा की वजह से चेहरे की चमक कम हो जाती है, जिससे आत्मविश्वास पर भी असर पड़ता है। लेकिन चिंता न करें, ब्यूटी एक्सपर्ट रेनू माहेश्वरी ने एक ऐसा आसान घरेलू उपाय बताया है, जिसकी मदद से आप अपनी त्वचा का कालापन दूर कर सकती हैं और चेहरे पर फिर से निखार ला सकती हैं।
मुल्तानी मिट्टी का जादुई फेस पैक
ब्यूटी एक्सपर्ट रेनू माहेश्वरी के अनुसार, मुल्तानी मिट्टी का फेस पैक त्वचा के कालेपन को साफ करने में बेहद उपयोगी साबित हो सकता है। मुल्तानी मिट्टी में एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-एजिंग और एंटीसेप्टिक गुण पाए जाते हैं, जो त्वचा को साफ और कोमल बनाते हैं। इसे नींबू का रस, दही और ग्लिसरीन के साथ मिलाकर इस्तेमाल करने से बेहतरीन परिणाम मिलते हैं।
फेस पैक बनाने के लिए ज़रूरी सामग्री
4 छोटे चम्मच मुल्तानी मिट्टी
2 छोटे चम्मच नींबू का रस
4 छोटे चम्मच दही
1 छोटा चम्मच ग्लिसरीन
फेस पैक बनाने और लगाने का तरीका
एक बाउल में 4 छोटे चम्मच मुल्तानी मिट्टी लें। इसमें 2 छोटे चम्मच नींबू का रस डालें और अच्छे से मिक्स करें। अब इसमें 4 छोटे चम्मच दही डालें और फिर 1 छोटा चम्मच ग्लिसरीन मिलाएं। इन सभी सामग्रियों को अच्छे से मिलाकर एक पेस्ट तैयार कर लें। इस पेस्ट को अपने चेहरे पर अच्छे से अप्लाई करें। इसे 30 मिनट तक सूखने दें। 30 मिनट बाद चेहरे को गुलाब जल की मदद से हल्के हाथों से साफ करें। इसके बाद गुनगुने पानी से चेहरा धो लें।
कितनी बार करें इस्तेमाल
इस फेस पैक का इस्तेमाल हफ्ते में 2 से 3 बार करें। कुछ ही दिनों में आपकी त्वचा में फर्क नजर आने लगेगा और चेहरा पहले से ज्यादा साफ और चमकदार दिखेगा।
मुल्तानी मिट्टी के फायदे
त्वचा को डिटॉक्स करता है
मुल्तानी मिट्टी त्वचा के रोमछिद्रों में जमी गंदगी और टॉक्सिन्स को बाहर निकालने में मदद करती है। यह त्वचा को गहराई से साफ करती है, जिससे चेहरे पर एक प्राकृतिक चमक आती है। इसके नियमित इस्तेमाल से ब्लैकहेड्स और व्हाइटहेड्स की समस्या भी कम हो जाती है। जब त्वचा के अंदर जमी गंदगी बाहर निकलती है, तो त्वचा को सांस लेने का मौका मिलता है, जिससे यह अधिक स्वस्थ और जवां दिखने लगती है। डिटॉक्सिफिकेशन प्रक्रिया त्वचा को लंबे समय तक फ्रेश और चमकदार बनाए रखने में सहायक होती है।
तेल नियंत्रित करता है
मुल्तानी मिट्टी अतिरिक्त तेल को सोखने में बेहद प्रभावी है, जिससे चेहरा कम ऑयली लगता है। तैलीय त्वचा वाले लोगों के लिए यह एक प्राकृतिक उपाय है क्योंकि यह सीबम प्रोडक्शन को नियंत्रित करता है। सीबम के नियंत्रित होने से त्वचा पर पिंपल्स और मुहांसे होने की संभावना भी कम हो जाती है। यह त्वचा को हल्का और साफ महसूस करवाती है। जिनकी त्वचा बार-बार तैलीय हो जाती है, उनके लिए मुल्तानी मिट्टी एक आदर्श उपाय है।
डार्क स्पॉट्स को हल्का करता है
मुल्तानी मिट्टी के नियमित इस्तेमाल से चेहरे पर मौजूद काले धब्बे, पिगमेंटेशन और दाग-धब्बे धीरे-धीरे हल्के होने लगते हैं। इसमें मौजूद प्राकृतिक गुण त्वचा को एक समान टोन देते हैं। इसके अलावा, यह त्वचा की मृत कोशिकाओं को हटाने में भी मदद करती है, जिससे त्वचा अधिक कोमल और उजली दिखाई देती है। पिगमेंटेशन की समस्या से जूझ रहे लोगों के लिए मुल्तानी मिट्टी एक बेहतरीन घरेलू उपाय साबित हो सकती है।