इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है Buddha Bowl, जानें कैसे
कोरोना काल में सेहतमंद रहना बड़ी चुनौती है।
कोरोना काल में सेहतमंद रहना बड़ी चुनौती है। इसके लिए संतुलित आहार और सही दिनचर्या का पालन करना अनिवार्य है। विशेषज्ञों की मानें तो दिनचर्या में व्यापक बदलाव से मानसिक और शारीरिक सेहत पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। इससे कई बीमारियां दस्तक देती हैं। इनमें मोटापा, डायबिटीज, उच्च रक्तचाप, माइग्रेन थायराइड, दिल संबधी बीमारियां शामिल हैं। खासकर मोटापा और डायबिटीज के मरीजों की संख्या में बड़ी तेजी से वृद्धि हो रही है। इसके लिए लोग नाना प्रकार के डाइट का सहारा लेते हैं। अगर आप भी कोरोना काल में सेहतमंद रहना चाहते हैं, तो Buddha bowl का सहारा ले सकते हैं। यह ऐक ऐसी डाइट है, जिसे फॉलो करने से व्यक्ति हमेशा सेहतमंद रह सकता है। आइए जानते हैं कि बुद्धा बाउल क्या है और कैसे यह सेहत के लिए फायदेमंद होता है-
बुद्धा बाउल क्या है
यह पूरी तरह से शाकाहारी डाइट है। इसमें चावल, सब्जियां, प्लांट प्रोटीन्स का सेवन किया जाता है। इस बाउल में आप साबुत अनाज, बींस, स्प्राउटस् टोफू आदि चीजों का शामिल कर सकते हैं। वहीं, बाउल की ड्रेसिंग के लिए पीनट सॉस का इस्तेमाल किया जाता है।
बुद्धा बाउल सामाग्री
-सब्जियों में आप गाजर, ब्रोकली, पत्ता गोभी, खीरा, टमाटर और मूली चाहिए।
-प्रोटींस में टोफू, पनीर, मटर, दलिया चाहिए।
-कार्बोहाइड्रेट में शकरकंद, जौ, ब्राउन राइस चाहिए।
-शुगर में सेब, स्ट्रॉबेरी, पपीता, आम, रसबेरी चाहिए।
-क्रंच में खीरा, लाल मिर्च, तिल के बीज, चिया बीज और नटस् चाहिए।
-ड्रेसिंग के लिए पीनट्स सॉस, तुलसी और पुदीने के पत्ते चाहिए।
-अब आप अपने टेस्ट अनुसार बुद्धा बाउल बनाएं।
बुद्धा बाउल के फायदे
-इसमें एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में होता है, जो आंखों के लिए फायदेमंद होता है।
-बुद्धा बाउल बालों और त्वचा के लिए भी लाभकारी है।
-यह पूरी तरह से हाइड्रेट डाइट है। इससे शरीर में पानी की कमी नहीं होती है।
-इसके सेवन से कोलेस्ट्रॉल लेवल कम होता है।
-इसमें एंटी एजिंग के भी गुण पाए जाते हैं।
-कोरोना काल में इम्यून सिस्टम मजबूत करने के लिए बुद्धा बाउल का सहारा लिया जा सकता है।
-इससे मेटाबॉलिज्म में सुधार होता है और पाचन तंत्र मजबूत होता है।
डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।