इन लक्षणों में हो जाएं सावधान हो सकता है नसों में ब्लॉकेज
हार्ट की इलेक्ट्रिक सिस्टम में दिक्कत होने की वजह से हार्ट को काम करने में परेशानी होती है
आजकल हर उम्र के लोगों में हार्ट अटैक का खतरा बढ़ता जा रहा है। कम उम्र में ही कई लोग हार्ट अटैक (Heart Attack) के शिकार होने लगे हैं। आपने कई बार देखा होगा कि जो व्यक्ति बाहर से एकदम फिट दिखते हैं उन्हें भी दिल की बीमारियां हो रही हैं। कार्डियक अरेस्ट और हार्ट अटैक की वजह से लोगों को अपनी जान भी गवानी पड़ रही है।
हेल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक, Non communicable diseases में दिल की बीमारियों के बाद मौत का कारण बन रहा है। इसकी सबसे बड़ी वजह है गलत खानपान। मालूम हो कि गलत खानपान की वजह से बॉडी में कोलेस्ट्रॉल बढ़ जाता है, जिसकी वजह से हॉर्ट की नसें बंद हो जाती हैं और इसे हार्ट ब्लॉकेज कहते हैं। इसी वजह से हार्ट अटैक का खतरा भी बनता है।
Cardiac Arrest क्या है?
हार्ट की इलेक्ट्रिक सिस्टम में दिक्कत होने की वजह से हार्ट को काम करने में परेशानी होती है। ऐसी स्थिति में दिल काम करना बंद कर देता है। इसे कार्डियक अरेस्ट कहते हैं। यह हार्ट अटैक से भी ज्यादा खतरनाक साबित होता है। इसमें चंद सेकेंड में ही लोगों की जान चली जाती है।
Heart Attack Prevention: दिल की नसे ब्लॉक होने के मुख्य लक्षण
रिसर्च के मुताबिक, दिल की इन लक्षणों में हो जाएं सावधान हो सकता है नसों में ब्लॉकेज के संकेत आसानी से नहीं मिलते हैं। अगर इसपर थोड़ा सा ध्यान दिया जाए तो इसके लक्षणों का पता चल सकता है। ऐसे मरीज जिन्हें हाई बीपी, मोटापा, डायबिटीज या पहले से दिल की बीमारी है, उन्हें हार्ट अटैक का खतरा काफी ज्यादा होता है। उन्हें दिल की सेहत का अधिक ख्याल रखने की जरूरत होती है।
इन लक्षणों में हो जाएं सावधान
सीने में दर्द
हाथ-पैर में सूजन
अचानक से थकान होना
Heart Attack Prevention: ऐसे रखें खुद का ख्याल
रिसर्च के मुताबिक, दिल की नसों में ब्लॉकेज न हो इसके लिए कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना चाहिए। जिसमें सबसे ज्यादा जरूरी होता है, सही खानपान और लाइफस्टाइल। हमें ज्यादा से ज्यादा बाहर की चीजों के खाने से बचना चाहिए। आप खाने में पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन और विटामिन को शामिल करें। कार्बोहाइड्रेट वाले भोजन से दूरी बनाकर रखें। नमक हो या फिर चीनी हर चीज को नाप तौल कर खानी चाहिए। मैदा से परहेज करें। अगर आप बीपी, शुगर के मरीज हैं तो समय-समय पर डॉक्टर से चेक कराते रहें। मोटापा कम करने के लिए नियमित रूप से एक्सरसाइज करें।