कम उम्र में हो रहा है जोड़ों में दर्द? ये हो सकते हैं कारण
ये हो सकते हैं कारण
हमेशा से ऐसा माना जाता रहा है कि जोड़ों का दर्द सिर्फ बुढ़ापे में ही परेशान करता है और युवाओं से इसका कोई लेना-देना नहीं है और इसलिए इसे हमेशा से बड़े-बुजुर्गों से ही जोड़कर देखा जाता रहा है। लेकिन आज के वक्त में कई सारे युवा इस समस्या से परेशान हैं। जोड़ों के दर्द के पीछे मुख्य वजह अक्सर सिर्फ अर्थराइटिस को माना जाता है। लेकिन आपको बता दें कि ज्वॉइंट पेन हमेशा सिर्फ अर्थराइटिस की वजह से नहीं होता है। युवाओं में जोड़ों के दर्द के और भी कई कारण हो सकते हैं, जिनके बारे में आपको जानना चाहिए। इस बारे में डॉक्टर प्रमोद भोर, डायरेक्टर ऑफ आर्थोपेडिक्स एंड रोबोटिक ज्वॉइंट रिप्लेसमेंट सर्जन, फोर्टिस हॉस्पिटल, वाशी, जानकारी दे रहे हैं।
युवाओं में जोड़ों के दर्द का कारण
युवाओं में जोड़ों के दर्द के पीछे कई कारण हो सकते हैं। जिनमें स्पोर्ट्स से जुड़े इंजरी, एक्सीडेंट, गिरना शामिल है।
हालांकि, आमतौर पर जोड़ों के दर्द को उम्र बढ़ने से देखा जाता है, लेकिन जो लोग फिजिकल एक्टिविटीज में भाग लेते हैं, स्पोर्ट्स और जिम में अधिक वर्कआउट करते हैं, उन्हें भी इसका खतरा रहता है।
ये एक्टिविटीज जोड़ों पर अधिक प्रशर डालती हैं, जिसकी वजह से कम उम्र में भी इंफ्लेमेशन और जोड़ों में परेशानी हो सकती है।
अगर ऐसी इंजरी का समय पर इलाज न किया जाए, तो ये आने वाले वक्त के लिए परेशानी बन सकती है।
आपको बता दें कि लाइफस्टाइल का सही न होना भी युवाओं में जोड़ों के दर्द की वजह हो सकता है। लंबे समय तक बैठे रहना आज के वक्त में काफी आम हो गया है।
फिजिकली एक्टिविटी की कमी और पॉश्चर का सही न होना भी मांसपेशियों में असंतुलन और जोड़ों की परेशानियों का कारण बन सकता है।
वहीं, न्यूट्रिशन का सही न होना या फिर ज्यादा डाइटिंग भी ज्वॉइंट हेल्थ पर असर डाल सकती है।
ज्वॉइंट पेन के पीछे फैमिली हिस्ट्री भी एक बड़ी वजह हो सकती है। ज्वॉइंट फॉर्मेशन में होने वाली अबनॉर्मेलिटीज के चलते भी कम उम्र में जोड़ों का दर्द हो सकता है।