लाइफ स्टाइल Life Style: अरबी बहुत से लोगों को पसंद होती है. लेकिन वहीं कुछ लोग अरबी के पत्तों का सेवन भी करते हैं. ये खाने में स्वादिष्ट होते हैं. ऐसे में ज्यादातर लोग इसके पकोड़े या फिर कुछ और डिश बनाकर इसका सेवन करते हैं. इसे कोलोकासिया के नाम से भी जाना जाता है. स्वाद के साथ ये सेहत के लिए भी फायदेमंद साबित हो सकते हैं. साथ हर जगह अरबी के पत्तों को अलग-अलग नामों से जाना जाता है.अरबी के पत्तों में मौजूद पोषक तत्व सेहत के लिए फायदेमंद साबित हो हैं. इसमें विटामिन सी और ए सही मात्रा में पाया जाता है. इसी के साथ ही इसमें पोटेशियम, फोलेट, कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम और फास्फोरस पाया जाता है. साथ ही इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट तत्व सेहत के लिए फायदेमंद साबित हो सकते हैं. सकते
अरबी के पत्तों में कम कार्ब और फैट मौजूद होता है. साथ ही ये ये Fiber का भी अच्छा स्रोत है. अरबी के पत्तों में पानी की मात्रा ज्यादा होती है, इसमें 92.4% पानी मौजूद होता है. ऐसे में इसका सेवन करने से वजन को कंट्रोल रखने में मदद मिल सकती है. लेकिन इसके लिए इसे बनाते समय सही तेल और मसालों की मात्रा का ध्यान रखना जरूरी होता है. ज्यादातर लोग अरबी के पत्तों को पकोड़े खाना पसंद करते हैं. लेकिन आज हम आपको अरबी के साग की रेसिपी बताने जा रहे हैं.
अरबी के पत्तों का साग
कई लोग अरबी के पत्तों का साग बनाकर खाना पसंद करते हैं. इसे बनाना बेहद आसान है इसके लिए आपको पहले अरबी के पत्तों को अच्छे से धोकर मोटे-मोटे टुकड़ों में काट लेना है. फिर पत्तों को प्रेशर कुकर में पानी डालकर 3 से 4 सीटी आने तक पकाना है. इसे ठंडा होने के बाद मिक्सी में इसे पीस लेना है. ध्यान रखें इसे ज्यादा बारीक न करें. इसके बाद एक कढ़ाई में घी या फिर मक्खन डालकर गर्म करें. इसके बाद इसमें हींग, हरी मिर्च, अदरक और लहसुन डालकर सुनहरा रंग होने तक भूनें. इसके बाद अब इसमें पिसा हुआ अरबी के पत्तों का पेस्ट डालें और अच्छे से मिक्स करें. अब इसमें लाल मिर्च और नमक डालें. इसके बाद 20 से 25 मिनट के लिए पकाएं. बीच-बीच में इस चलाते रहें साग कढ़ाई में न लगे. ताकि
इस बात का रखें ध्यान
अरबी की पत्तियों का सेवन करते समय आपको एक खास बात का ख्याल रखना चाहिए. इसे कच्ची खाने से बचना चाहिए. क्योंकि इस कच्चा खाने से शरीर को नुकसान पहुंच सकता है. अरबी की पत्तियों में ऑक्सलेट की मात्रा ज्यादा होती है, ये एक नेचुरल कंपाउंड है जो कई तरह के पौधों में पाया जाता है. खासकर किडनी के मरीज को इसे खाने से बचना चाहिए. इसलिए इसे नरम होने तक उबालना चाहिए, जिससे इसमें मौजूद जहरीले ऑक्सालेट्स को हटाया जा सके.