रोज की ऐसी 8 आदतें, जिनसे दूर भागता तनाव और बढ़ता Happy Hormones का लेवल

Update: 2024-08-22 07:29 GMT
 Life Style लाइफ स्टाइल :रोजाना की भाग-दौड़ भरी लाइफ में हम अपने लिए समय निकालना भूल जाते हैं जिसके कारण अक्सर ही लोग तनाव और एंग्जायटी जैसी समस्याओं का शिकार हो जाते हैं। इसलिए खुद को खुश रखना बेहद जरूरी है। इसलिए इस आर्टिकल में हम आपको कुछ ऐसी एक्टिविटीज (Activities to Boost Happy Hormones) के बारे में बताने वाले हैं जो हैप्पी हार्मोन्स को बढ़ाने में मददगार हो सकते हैं। लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। Activities to Boost Happy Hormones: किसी भी इंसान का खुश रहना मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए बेहद जरूरी है। हालांकि, हमारी लाइफस्टाइल ऐसी हो चुकी है कि हम खुश रहने पर ध्यान नहीं दे पाते हैं, लेकिन आपको बता दें कि कुछ आदतें ऐसी होती हैं, जो शरीर में फील गुड हार्मोन्स (Happy Hormones) बनाने में मदद करती हैं। आइए इस आर्टिकल में जानते हैं कि क्या होते हैं हैप्पी हार्मोन और किन आदतों को अपनाकर इनकी मात्रा को बढ़ा सकते हैं। क्या होते हैं हैप्पी हार्मोन? खुशी देने वाले हार्मोन को हैप्पी हार्मोन कहते हैं। ये हार्मोन हमारे शरीर में नेचुरली पाए जाते हैं। ये चार तरह के होते हैं- डोपामाइन, सेरोटोनिन, एंडोर्फिन और ऑक्सीटोसिन। जिनमें डोपामाइन प्रेरणा के अनुभव से जुड़ा होता है, सेरोटोनिन मूड को संतुलित कर स्ट्रेस दूर करता है, एंडोर्फिन दर्द को कम कर सुखद भावनाओं को बढ़ावा देता है और ऑक्सीटोसिन सोशल रिलेशन और प्यार के अनुभव को बढ़ाता है। ये हार्मोन दिमाग में खुशी और संतोष की भावना पैदा करने में अहम भूमिका निभाते हैं। हैप्पी हार्मोन को बढ़ावा देने वाली आदतें
एक्सरसाइज- नियमित शारीरिक गतिविधि, जैसे- दौड़ना, तैरना या योग आपके शरीर में एंडोर्फिन और डोपामाइन के स्तर बढ़ाती है। ये हार्मोन न केवल आपके मूड को सुधारते है ं, बल्कि तनाव और चिंता को भी कम करते हैं हेल्दी डाइट- हेल्दी डाइट उसे कहते हैं, जिसमें फल, सब्जियां और ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर फूड आइटम्स शामिल हों। ये सेरोटोनिन के उत्पादन को बढ़ावा देते हैं। चॉकलेट और नट्स भी हैप्पी हार्मोन को बनाने में मदद करते हैं। ध्यान और योग- मेडिटेशन और योग मानसिक शांति को बढ़ावा देते हैं। ये तनाव कम करते हैं और सेरोटोनिन के स्तर को बढ़ाते हैं। पूरी नींद लेना- अच्छी नींद से शरीर और दिमाग, दोनों को ही ऊर्जा मिलती है। इससे मानसिक स्वास्थ्य सुधरता है और हैप्पी हार्मोन का स्तर भी बढ़ता है। सकारात्मक सोच और आभार की भावना- सकारात्मक विचार और आभार की भावना से खुशी और आत्मसंतोष बढ़ता है। सोशल कनेक्शन- परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताने से इमोश्नल सपोर्ट मिलता है और खुशी का एहसास होता है।संगीत सुनना- अपने पसंदीदा गाना या संगीत सुनना खुशी के हार्मोन को बढ़ाता है। संगीत आपके मूड को बेहतर बनाता है और तनाव को कम करता है।हंसना- हंसना एक नेचुरल मूड बूस्टर है। हंसने से एंडोर्फिन का स्तर बढ़ता है, जिससे आप अधिक खुशी महसूस करते हैं।
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