12वीं की रद्द परीक्षा और छात्र
केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा परिषद ने दसवीं की तरह ही 12वीं की परीक्षाएं भी रद्द कर दी हैं।
आदित्य चोपड़ा | केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा परिषद ने दसवीं की तरह ही 12वीं की परीक्षाएं भी रद्द कर दी हैं। परीक्षा रद्द करने का फैसला स्वयं प्रधानमन्त्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा बुलाई गई एक उच्च स्तरीय बैठक में किया गया जिसका स्वागत छात्र समुदाय ने खुल कर किया। बेशक कोरोना काल में परीक्षाएं आयोजित करने में विभिन्न व्यावहारिक कठिनाइयां थीं। सरकार का मत है कि परीक्षा से पहले स्वास्थ्य और जीवन जरूरी है। कोरोना के घातक दौर में यह नजरिया तर्कपूर्ण कहा जा सकता है। यदि 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों की परीक्षाएं लेनी थीं तो सबसे पहले उन्हें कोरोना का टीका लगाया जाना जरूरी था। देश में वैक्सीन को लेकर जो वातावरण है उसमें यह संभव नहीं था कि विद्यार्थियों को जुलाई महीने से पहले-पहले तक वैक्सीन लगा दी जाती। अतः सरकार के परीक्षाएं रद्द करने के निर्णय के पीछे ठोस आधार है। आने वाले कल के भारत की निर्माता पीढ़ी को हम राम भरोसे नहीं छोड़ सकते हैं और उसके बारे में विशुद्ध वैज्ञानिक नजरिये से हमें फैसला करना होगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने परीक्षाएं रद्द करने का फैसला विशुद्ध वैज्ञानिक दृष्टिकोण से ही किया।