मेराडॉक के साथ सफल वेबिनार
वरिष्ठ नागरिक केसरी क्लब के सदस्यों के लिए बहुत सी मनोरंजन की गतिविधियों के साथ-साथ बहुत बड़े हैल्थ कैम्प किए जाते
वरिष्ठ नागरिक केसरी क्लब के सदस्यों के लिए बहुत सी मनोरंजन की गतिविधियों के साथ-साथ बहुत बड़े हैल्थ कैम्प किए जाते हैं और कोरोना समय से हैल्थ के विषय में बहुत से वेबिनार किए और अब तो लगता है वेबिनार बहुत ही सफल थे। क्योंकि इससे सारे देश में चलने वाली शाखाओं के सदस्य जुड़ जाते हैं और उनको फायदा होता है। जैसे मेरा डॉक. वेबिनार में लंदन, बेंगलुरु, पुणे, हैदराबाद, अहमदाबाद, दिल्ली, गुरुग्राम, फरीदाबाद, लखनऊ, सोनीपत, राजस्थान से वरिष्ठ नागरिक केसरी क्लब के सदस्य जुड़े। बहुत से लोग वेबिनार से जुड़ नहीं सके क्योंकि मेराडॉक. उनसे ईमेल-आईडी मांग रहे थे। वरिष्ठ नागरिकों को मालूम नहीं था क्योंकि बहुत से क्या अधिकतर लोगों की (वरिष्ठ नागरिकों) ईमेल आईडी नहीं होती और बहुत से लोग फेसबुक पेज पर लाइव प्रोग्राम के साथ जुड़े। जितने लोग भी जुड़े थे उनमें से सिर्फ 1 प्रतिशत लोग ही प्रश्न पूछ सके।
परन्तु यह बहुत ही अच्छा और सफल वेबिनार रहा, जिसमें देश के जाने-माने प्रसिद्ध डा. जिनसे मिलने की मेरी भी बहुत चाह थी। डा. ए.बी. डे जिन्होंने सबसे पहले एल्डरली केयर के बारे में सोचा और काम किया। वो इस उम्र की हर बारिकियों से वाकिफ हैं। जिन्होंने बहुत रिसर्च की है। प्रोफेसर और हैडइन डिपार्टमेेंट ऑफ जैनरिक मैडिसन, आल इंडिया इंस्टीट्च्यूट आफ मैडिकल साइंस में रहे। इनके नाम से ही सभी सीनियर सिटीजन में उत्साह और जोश था। क्योंकि इनको मिलने के लिए, इनके विचार सुनने के लिए लोग तरसते हैं। बड़ी लम्बी प्रतिक्षा करते हैं इनको मिलने के लिए और यह इतने व्यस्त हैं, इनसे मिलना आसान भी नहीं है।
डा. हर्ष महाजन जो भारत के सर्वश्रेष्ठ रेडियोलाजिस्ट हैं और एक इमेजिंग टेकनॉलाजी में एक पायोनियर हैं। इंडियन रेडियोलाजिस्ट इमेजिंग एसोसिएशन के प्रेजिडेंट हैं, जो अश्विनी जी के बहुत ही गहरे मित्र रहे और मेरे लिए भाई से भी बढ़कर हैं। जिनकी मैं बहुत ही कायल हूं। 1990 में मेरा बहुत जबरदस्त एक्सिडेंट हुआ था। ईश्वर की कृपा से मैं बिल्कुल ठीक रही। सिर्फ एक गाल पर थोड़ी सी चोट आई। सब हैरान थे क्योंकि बुलेटप्रूफ गाड़ी थी, जो मारुति के बड़े क्रेन के साथ टकराई बिल्कुल पिचक गई। सब कार की दशा देखकर हैरान थे कि मैं कैसे बच गई, क्योंकि मुझे तो मालूम ही नहीं पड़ा कब एक्सिडेंट हुआ। मैं आंख बंद करके पाठ कर रही थी। सब कुछ ठीक होने के बावजूद मेरे को चक्कर आते थे। बहुत सी जगह टैस्ट हुए, सभी ठीक आते थे। बहुत बड़े-बड़े डाक्टरों को भी समस्या समझ नहीं लग रही थी। उस समय डा. हर्ष महाजन ने मेरा सही डायगनोज और मुझे ठीक किया, वो मैं कभी नहीं भूल सकती। वो एक डाक्टर के साथ समाजसेवी भी हैं।
ईशान उदीयमान प्रतिभा सम्पन्न युवा हैं, जो वरिष्ठ नागरिक के साथ एक विशेषकर कम्पीटिशन में जज के रूप जुड़े थे। इतने टेलेंटेड वरिष्ठ नागरिकों को देख उसने इनकी सेवा करने की ठान ली तो डा. महाजन के साथ हमारे सभी वरिष्ठ नागरिक सदस्यों को नि:शुल्क हैल्थ सहायता के लिए मेराडॉक से जोड़ दिया है। वाह क्या बात है ऐसे ही सारे युवा वरिष्ठ नागरिकों के लिए सोचें और काम करें तो मुझे लगता है वरिष्ठों की कई समस्याएं समाप्त हो जाएंगी। ईशान को हमारे हजारों लाखों सीनियर सिटीजन आशीर्वादों की बौछार कर रहे हैं और मुझे पूरी उम्मीद है वह उनकी सेहत संबंधी समस्याओं को सुलझाने में पूरा उतरेंगे। अब आपके सामने उपस्थित हैं हमारे वरिष्ठ नागरिक केसरी क्लब के रिपोर्टर चन्द्रमोहन जी की रिपोर्ट-
देश के सुप्रसिद्ध डाक्टरों में मेराडॉक के प्रमोटर, सीनियर रेडियोलॉजिस्ट डॉ. हर्ष महाजन ने देश-विदेश के हजारों सदस्यों की निशुल्क परामर्श दिए तथा गम्भीर बीमारियों से बचाव के उपाय बताए।
ऑल इंडिया इंस्टीट्ïयूट ऑफ मैडिकल साइंस (एम्स) के जेरिएट्रिक मैडीसिन डिपार्टमैंट के प्रमुख डा. ए.बी.डे के अनुसार लापरवाही के चलते अधिकांश महिलाएं व बुजुर्ग स्वास्थ्य सेवाओं से वंचित रह जाते हैं, जबकि हर इंसान को अपनी सेहत के प्रति जागरूक रहना चाहिए। बढ़ती उम्र में तीन प्रकार से शारीरिक रोगों का संक्रमण रहता है। सर्वप्रथम बायोलॉजिकल डिक्लाइन, जिसमें शारीरिक अंग ढीले पड़ जाते हैं, मांसपेशियां कमजोर व शरीर शिथिल पड़ जाता है। दूसरा मैटाबॉलिक प्रोसेस में हार्ट डिप करने लगता है, सांस लेने में परेशानी, ब्लड प्रैशर बढने लगता है। तीसरा इनवायरमैंटल एक्सपोजर लंग खराब हो जाते हैं, कैंसर जैसी घातक बीमारी का खतरा बना रहता है। समय पर सही चिकित्सा की जाए, डाक्टर की सलाह ली जाए तो बीमारी पर अंकुश लगाया जा सकता है। उन्होंने बताया कि आयुष्मान भारत स्कीम में सरकार पिछड़े वर्गों, बुजुर्गों सहित सभी को स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध हैं। उसके लिए जागरूकता भी जरूरी है। डाक्टर टीम के अनुसार सर्दी में बुजुर्ग घर में ही रहकर 30 मिनट सैर, हल्के योगा-प्राणायाम, एक्सरसाइज करें। संतुलित पौष्टिक भोजन, ताजे फल-सब्जियां, टोंड दूध का सेवन करें।
वेबिनार में वरिष्ठ नागरिक केसरी क्लब की चेयरपर्सन श्रीमती किरण चोपड़ा ने बताया कि वे बुजुर्गों और लड़कियों के लिए कार्य कर रही हैं। बेटियों के निमित तो अनेक संस्थाएं आगे आ जाती हैं, पर वृद्धजनों को कोई विशेष महत्व नहीं देता। सीनियर सिटीजन्स के लिए ओल्ड ऐज होम की आवश्यकता नहीं, अपितु वरिष्ठजनों को परिवार संग मिलजुल कर रहने का कांसैप्ट चलाया जा रहा है और समय-समय पर संयुक्त परिवारों को प्रोत्साहित किया जाता है। वहीं जरूरतमंद, उपेक्षित, बीमार बुजुर्गों को उनकी दवाइयां तथा खानपान के लिए मासिक आर्थिक सहायता, राशन दिया जाता है। सकारात्मक सोच व जागरूकता से बीमारियों के प्रति व सचेत किया जाता है।
विशेषज्ञ डा. ए.बी.डे तथा डा. महाजन ने केसरी क्लब सदस्यों के प्रश्नों पर संतोषजनक उत्तर भी दिए। सदस्या रीटा चावला (गुडग़ांव) के प्रश्न ब्रैस्ट कैंसर की हालत में पहली, दूसरी स्टेज में तुरन्त आपरेशन कराया जाना चाहिए। सर्जरी से लाइफ नार्मल हो जाएगी। सदस्या वीना शर्मा (लंदन) ने बढ़ती उम्र में एल्जाइमर डिमैंशिया, भूल जाने की समस्या आ रही है, की उत्तर में डाक्टर साहब ने टैस्टिंग करके विशेषज्ञ डाक्टर से दवा उपचार कराने को कहा। सदस्या प्रेम सूद (अमेरिका), रक्षा साही (हैदराबाद), बी. एन. चांदना (गुडग़ांव), सूर्या (लखनऊ), कामिनी (पुणे), किरण मदान, सरिता गर्ग, सविता (पंजाबी बाग), लक्ष्मण दत्त (माडल टाउन), विजया (हैदराबाद), शशि विशिष्टïा (कनाडा), शारदा सुशील (नोएडा), अनीता भाटिया (ग्रेटर कैलाश) ने भी अपनी शुगर डायबिटीज बीमारियों के संबंध में सुयोग्य डाक्टरों से विचार-विमर्श किया। कार्यक्रम में मेराडॉक वेबिनार के संयोजक इशान ने वरिष्ठ नागरिकों के रजिस्ट्रेशन कराने की प्रेरणा भी दी।
क्रेडिट बाय पंजाब केसरी