उच्च सदन में ओछी हरकत: राज्य सभा में विपक्ष ने विरोध में सारी हदें कर दीं पार, संसद की गरिमा हुई तार-तार
संसद का मानसून सत्र हंगामे के लिए ही अधिक जाना जा रहा है। शायद ही कोई दिन ऐसा होता हो,
संसद का मानसून सत्र हंगामे के लिए ही अधिक जाना जा रहा है। शायद ही कोई दिन ऐसा होता हो, जब संसद में हंगामे के कारण उसकी कार्यवाही बाधित न होती हो। कभी-कभी तो विरोध में विपक्ष सारी हदें पार कर जाता है। दुर्भाग्य से ऐसा राज्यसभा में भी होता है, जिसके बारे में यह माना जाता है कि वहां कहीं अधिक धीर-गंभीर चर्चा होती है। यह देखना दयनीय है कि जब विपक्ष को संसद की गरिमा बनाए रखने के प्रति सचेत रहना चाहिए, तब वह इससे बिल्कुल बेपरवाह दिखता है। इसका प्रमाण गत दिवस तब मिला, जब राज्यसभा में विपक्षी दल के एक सांसद महासचिव की मेज पर चढ़ गए। वहां से उन्होंने नियम पुस्तिका आसन की ओर फेंकी। यह शर्मनाक कृत्य एक कांग्रेसी सांसद ने किया। इससे भी शर्मनाक यह रहा कि अन्य विपक्षी सांसद अमर्यादित आचरण करने वाले सांसद के समर्थन में तालियां बजा रहे थे। जिस समय राज्यसभा में यह सब हो रहा था, लगभग उसी समय कश्मीर यात्रा पर गए राहुल गांधी यह कह रहे थे कि उन्हें संसद में बोलने से रोका जा रहा है।