नैतिक कर्तव्यबोध
एक गर्भवती भारतीय महिला अपने परिवार सहित घूमने के लिए पुर्तगाल गई। उसी दौरान प्रसव पीड़ा के चलते वहां के अस्पताल पहुंची। लेकिन शिशु के जन्म के बाद उनकी मृत्यु हो गई, जिसका कारण विषम परिस्थितियों में गर्भवती महिला को एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल में भेजना रहा जो हृदयाघात का कारण बन गया।
Written by जनसत्ता: एक गर्भवती भारतीय महिला अपने परिवार सहित घूमने के लिए पुर्तगाल गई। उसी दौरान प्रसव पीड़ा के चलते वहां के अस्पताल पहुंची। लेकिन शिशु के जन्म के बाद उनकी मृत्यु हो गई, जिसका कारण विषम परिस्थितियों में गर्भवती महिला को एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल में भेजना रहा जो हृदयाघात का कारण बन गया। इस घटना से परेशान फिलिपींस की स्वास्थ्य मंत्री डाक्टर मार्टा ने कर्तव्यबोध और नैतिकता के आधार पर अपने पद से इस्तीफा दे दिया।
जिम्मेदार चाहे कोई भी हो, लेकिन जिस शिखर पर बैठा पदासीन व्यक्ति अपने कर्तव्य से ऊंचा दूसरे पक्ष के अधिकार को रखेगा, तब ऐसा ही होगा, ताकि सुधारों के साथ कर्तव्यबोध की भावना ऊपर से नीचे बह कर सही दिशाओं के मार्ग प्रशस्त कर सामाजिक परिवेश को ऊपर की ओर गतिमान कर सकें..! राजनीतिक परिप्रेक्ष्य में आप जनसेवक है, तो पद भले ऊपर हो, लेकिन आत्मीयता धरातल पर ही हो, यह आज विश्व में बैठे सभी पदासीन लोगों के लिए नजीर है।
यों हमारे भारत को विविधता का देश बोला जाता है, क्योंकि यहा अलग-अलग धर्म के होने के बाद भी लोग मिलजुल कर सार रहते हैं। पर इन सबके बावजूद इस विविधितावाले देश में धर्म को लेकर काफी लडाई-झगडे भी होते है। कई बार यह झगड़े इतने बिन बात के हो जाते हैं, जिन्हें देखकर सुनकय कभी-कभार दुख होता हे, तो कभी हंसी आती है। हाल ही में हैदराबाद में एक ग्राहक ने स्विगी ऐप से खाना मंगवाया था। वह खाना पहुंचाने के लिए मुसलिम लड़का पहुंचा तो इस बात पर ग्राहक ने ऐप के कमेंट बाक्स पर कुछ इस तरह का अपत्तिजनक लिखा- 'मुसलिम डिलीवरी ब्वाय नहीं चाहिए। ऐसी हरकतें करते लोग हमारे देश का आने वाला कल तय करेंगे।