IPL 2022: क्या चार मैच के बाद ही सामने आ गया तेज गेंदबाजी में कामयाबी का फॉर्मूला?

आईपीएल में अभी चार मैच ही खेले गए हैं. अभी सीजन की शुरूआत ही हुई है

Update: 2022-03-29 10:32 GMT
शिवेन्द्र कुमार सिंह।
आईपीएल में अभी चार मैच ही खेले गए हैं. अभी सीजन की शुरूआत ही हुई है. कई टीमों को अभी अपने पहले मैच का इंतजार है. हर टीम के खिलाड़ी और मैनेजमेंट की नजर इस बात पर है कि पिच कैसा बर्ताव कर रही है. मैदान में उतरने वाली टीम किस रणनीति के साथ आगे बढ़ रही हैं. अनुभवी खिलाड़ी किस रणनीति के साथ खेल रहे हैं. पिच के मिजाज को समझना इस बार थोड़ा आसान इस लिहाज से है क्योंकि सारे मुकाबले (Indian Premier League 2022) सिर्फ चार स्टेडियम में खेले जाएंगे. इसमें से तीन मैदान में मुंबई में हैं और एक पुणे में. यानी मौसम के लिहाज से सबकुछ एक जैसा रहने वाला है. उन्नीस बीस का जो फर्क होगा वो पिच के मिजाज में ही होगा.
पहले चार मैच के बाद तेज गेंदबाजी में मिली कामयाबी में एक 'ट्रेंड' साफ दिखाई दे रहा है. वो ट्रेंड है 'हार्ड लेंथ' गेंदबाजी. गुजरात टाइटन्स के मोहम्मद शमी (Mohammed Shami), वरूण एरॉन और लखनऊ सुपर जाइंट्स के दुषमंत चमीरा की गेंदबाजी में ये रणनीति साफ दिखाई दी. जिसका उन्हें जबरदस्त फायदा हुआ.
क्या होती है हार्ड लेंथ गेंदबाजी ?
आम तौर पर हार्ड लेंथ पर गेंदबाजी टेस्ट क्रिकेट में की जाती है. जो पिच की करीब तीन चौथाई लेंथ होती है. टेस्ट क्रिकेट की लेंथ की गेंदबाजी को टी20 में लाना जोखिम भरा काम होता है. ऐसा इसलिए क्योंकि अगर पिच में उछाल नहीं है तो इस लेंथ की गेंदबाजी पर बल्लेबाज आराम से चौके-छक्के लगाते हैं. लेकिन अगर पिच से तेज गेंदबाज को उछाल मिल रही है तो फिर यही लेंथ गेंदबाजों की ताकत बन जाती है. हार्ड लेंथ की गेंद और खतरनाक तब हो जाती है जब सामने वाला गेंदबाज 140 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी कर रहा हो. गेंद टप्पा खाने के बाद बहुत तेजी के साथ अंदर आती है. जिसे भांपना और खेलना बल्लेबाज के लिए अच्छा खासा चुनौती का काम है. सोमवार को गुजरात और लखनऊ के मैच में ये बात साफ दिखाई दी. जिन तेज गेंदबाजों को कामयाबी मिली उन्होंने ज्यादातर हार्ड लेंथ गेंदों पर विकेट झटके.
शमी की गेंदबाजी की हो रही है जमकर तारीफ
सोमवार के मैच में गुजरात ने टॉस जीतकर लखनऊ को पहले बल्लेबाजी का मौका दिया. गुजरात की तरफ से मोहम्मद शमी ने कमाल की गेंदबाजी की. उन्होंने पहले केएल राहुल और फिर क्विटंन डी कॉक को पवेलियन भेजा. शमी ने जिस अंदाज में इन दोनों बल्लेबाजों को पवेलियन भेजा उसकी चर्चा आज हर तरफ है. मनीष पांडे भी मोहम्मद शमी के ही शिकार हुए. शमी की रणनीति को ही आगे बढ़ाते हुए वरूण एरॉन ने एविन लुइस और आयुष बडोनी को आउट किया. मोहम्मद शमी ने 4 ओवर में 25 रन देकर 3 विकेट लिए. वरूण एरॉन थोड़े महंगे साबित हुए लेकिन उन्होंने भी 45 रन देकर 2 अहम विकेट लिए. लखनऊ की टीम में दुषमंत चमीरा भी इसी रणनीति के साथ मैदान में उतरे. उन्होंने भी पहले ही ओवर में शुभमन गिल को पवेलियन की राह दिखाई. अपने अगले ही ओवर में उन्होंने विजय शंकर को आउट किया. चमीरा ने 22 रन देकर 2 विकेट लिया. आने वाले मैच में तेज गेंदबाजों के लिए अब रणनीति साफ है. ज्यादातर विकेट लाल मिट्टी के हैं जहां तेज गेंदबाज को उछाल मिलना तय है. जाहिर है कामयाबी का फॉर्मूला भी तैयार है.
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