Vijay Garg: आप जानते हैं कि महज एक सिगरेट, धूम्रपान करने वालों के जीवन के 20 मिनट छीन सकती है? बात हैरान करने वाली, लेकिन सच है। यूनिवर्सिटी कालेज लंदन से जुड़े वैज्ञानिकों ने शोध में पाया है कि एक सिगरेट धूम्रपान करने वाले व्यक्ति के जीवनकाल को करीब 20 मिनट तक कम कर सकती है। इस अध्ययन के नतीजे जर्नल एडिक्शन में प्रकाशित हुए हैं। इस अध्ययन में शोधकताओं ने यूके में धूम्रपान करने वालों के जीवनकाल की जांच की है।
शोध में सामने आया है कि धूम्रपान स्वास्थ्य के लिए एक गंभीर खतरा है। हालांकि यह एक ऐसा खतरा है जिसे टाला जा सकता है, लेकिन इसके बावजूद हर साल दुनिया में लाखों लोगों की जान धूम्रपान की वजह से जा रही है। वैश्विक स्तर पर देखें तो तंबाकू हर चार सेकंड में एक जिंदगी को लील रहा है। इसका मतलब की हर साल होने वाली 87 लाख मौतों के लिए कहीं न कहीं तंबाकू जिम्मेदार है। विडंबना देखिए कि इनमें से 13 लाख लोग वे है जो न चाहते हुए भी दूसरों द्वारा किए धूम्रपान के कारण पैदा हुए धुंए का शिकार बन जाते हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) के मुताबिक दुनिया भर में 130 करोड़ लोग किसी न किसी रूप में तंबाकू का सेवन कर रहे हैं। इनमें से 80 फीसदी निम्न और मध्यम आय वाले देशों में रह रहे हैं। सिर्फ ब्रिटेन से जुड़े आंकड़ों पर नजर डालें तो वहां 65 लाख से अधिक लोग अभी भी धूम्रपान करते हैं। ऐसे में इस नए अध्ययन में यूनिवर्सिटी कालेज लंदन से जुड़े शोधकताओं ने लोगों को धूम्रपान छोड़ने के लिए प्रोत्साहित करने के वास्ते एक सिगरेट से होने वाले नुकसान को उजागर किया है। अपने अध्ययन में शोधकताओं ने पुरुषों के लिए ब्रिटिश डाक्टर्स स्टडी और महिलाओं के लिए मिलियन वूमन स्टडी के आंकड़ों का उपयोग किया है ताकि यह समझा जा सके कि धूम्रपान से उम्र पर क्या प्रभाव पड़ता है।
इस अध्ययन के जो नतीजे सामने आए हैं, उनसे पता चला है कि लंबे समय तक धूम्रपान करने वाले पुरुषों में महज एक सिगरेट पीने से जीवन प्रत्याशा 17 मिनट घट जाती है। वहीं महिलाओं में इसकी वजह से जीवन के 22 मिनट कम हो जाते हैं।
उन्होंने यह भी पाया है कि दोनों स्रोतों से प्राप्त आंकड़े पिछले निष्कर्षों की भी पुष्टि करते हैं। गौरतलब है कि इन निष्कर्षों में दशार्या गया है कि धूम्रपान से होने वाला नुकसान समय के साथ बढ़ जाता है। वहीं धूम्रपान छोड़ने से होने वाले लाभ स्वास्थ्य की मौजूदा स्थिति, आयु और एक व्यक्ति हर दिन कितनी सिगरेट पीता है, जैसे कारकों पर निर्भर करते हैं।
एक अन्य अध्ययन से पता चला है कि धूम्रपान करने से मस्तिष्क सिकुड़ सकता है। अध्ययन के मुताबिक धूम्रपान की लत दिमाग को समय से पहले बूढ़ा बना सकती है। इसी तरह एक दूसरे अध्ययन से पता चला है कि धूम्रपान न करने वालों की तुलना में इसकी लत का शिकार लोगों को अपनी याददाश्त, सोचने-समझने, बोलने, सीखने और निर्णय लेने जैसे दिमागी कौशल में 85 फीसदी से अधिक की गिरावट का सामना करना पड़ सकता है।
विजय गर्ग सेवानिवृत्त प्रिंसिपल शैक्षिक स्तंभकार स्ट्रीट कोर चंद मलोट पंजाब