ओलिंपियन से अपराध तक
पूरा देश सकते में है और हरियाणा के लोग भी परेशान हैं क्योंकि राज्य के युवाओं के लिए रोल मॉडल रहे पहलवान सुशील कुमार और उसके साथी को पुलिस ने हत्या के मामले में गिरफ्तार कर ही लिया।
आदित्य चोपड़ा| पूरा देश सकते में है और हरियाणा के लोग भी परेशान हैं क्योंकि राज्य के युवाओं के लिए रोल मॉडल रहे पहलवान सुशील कुमार और उसके साथी को पुलिस ने हत्या के मामले में गिरफ्तार कर ही लिया। कितने ही युवा सुशील कुमार को अपना आदर्श मानकर कुश्ती की तरफ आकर्षित हुए होंगे, कितनों ने अभ्यास शुरू किया होगा। जब भी राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्पर्धाओं में हमने उसे पदक बटोरते देखा तो हमारा सीना गर्व से चौड़ा हुआ। देश की प्रतिष्ठा को गौरवांवित करने के लिए उसके प्रति हमारे दिलों में सम्मान भी बढ़ गया। भारत में पहलवान गामा से लेकर गुरु हनुमान तक ने इसी विद्या में नाम कमाया लेकिन इस मामले में साफ है कि गुरुओं द्वारा स्थापित परम्पराओं को शर्मसार होना पड़ा है। दरअसल सुशील कुमार ही ऐसे पहलवान हैं जिसने ओलिंपियन में दो पदक जीते, पहले कांस्य और फिर दूसरे ओलिम्पिक रजत पदक जीता। उसने तीन बार राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीते। यद्यपि सुशील कुमार ने कानून से बचने की बहुत कोशिश की लेकिन कहते हैं कि कानून के हाथ लम्बे होते हैं। वैसे तो हमने कई नायकाें को खलनायक बनते देखा है। 23 वर्ष के सागर धनखड़ की हत्या के मामले में आरोपी सुशील कुमार 18 दिन तक 5 राज्यों में भागता फिरा। सुशील के वकीलों ने अग्रिम जमानत की याचिका भी डाली मगर अदालत ने उसे भी खारिज कर दिया। उसकी गिरफ्तारी पर पुलिस ने एक लाख का ईनाम भी घोषित कर डाला था।