सांप्रदायिक उभार
भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता नूपुर शर्मा ने एक टीवी चैनल पर ज्ञानवापी मस्जिद को लेकर हो रही बहस में कुछ ऐसा कह दिया था, जिसे लेकर खासा विवाद शुरू हो गया है।
Written by जनसत्ता; भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता नूपुर शर्मा ने एक टीवी चैनल पर ज्ञानवापी मस्जिद को लेकर हो रही बहस में कुछ ऐसा कह दिया था, जिसे लेकर खासा विवाद शुरू हो गया है। कुछ ही समय में इसका विरोध भारत, पाकिस्तान होते हुए अब सऊदी अरब तक पहुंच गया है। भारत-पाकिस्तान में सोशल मीडिया पर इसका बहुत विरोध हो रहा है। इस मामले के तूल पकड़ने पर बीजेपी ने अपने दोनों प्रवक्ताओं पर कार्रवाई की। हालांकि निलंबन के बाद नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल ने आधिकारिक तौर पर माफी भी मांग ली है।
पार्टी ने अपना बचाव करते हुए कहा कि, हमारी सांस्कृतिक विरासत और अनेकता में एकता की मजबूत परंपराओं के अनुरूप भारत सरकार सभी धर्मों का सम्मान करती है और हम अपमानजनक टिप्पणी करने वालों के खिलाफ पहले ही कड़ी कार्रवाई कर चुके हैं और सच के सामने न आने तक कार्रवाई जारी रहेगी।
भारतीय जनता पार्टी की ओर से जारी पत्र में लिखा गया है कि नूपुर शर्मा ने पार्टी की सोच के विपरीत विचार व्यक्त किए हैं, जो कि पार्टी संविधान के नियम 10(अ) के विरुद्ध है तथा पूरे मामले की जब तक जांच हो रही है, तब तक उन्हें पार्टी से निलंबित किया गया है। नवीन जिंदल को तो पार्टी से बाहर का ही रास्ता दिखा दिया गया है।
भारत सरकार को इस मामले में हस्तक्षेप करना चाहिए, इससे पहले कि यह मामला देश का माहौल खराब कर दे। वैसे भी अब एक के बाद एक विवाद के कारण भारतीय मुसलमानों और हिंदुओं के आपस के बैर बढ़ते ही जा रहे हैं, जिसको समय रहते रोकना जरूरी है।