पुस्तक समीक्षा : कविता के माध्यम से दंपति प्रेम की अभिव्यक्ति
प्रकाशक रचना साहित्य एवं कला मंच, पालमपुर की साहित्यिक, सामाजिक संवेदना की त्रैमासिक पत्रिका ‘रचना’ का जुलाई-दिसंबर 2021 विशेषांक आ गया है
प्रकाशक रचना साहित्य एवं कला मंच, पालमपुर की साहित्यिक, सामाजिक संवेदना की त्रैमासिक पत्रिका 'रचना' का जुलाई-दिसंबर 2021 विशेषांक आ गया है। मौन साहित्य साध्वी संतोष शैलजा को समर्पित पति-पत्नी कविता विशेषांक बहुत ही आकर्षक है। यह पति-पत्नी के एक-दूसरे के प्रति प्रेम को अभिव्यक्ति देता है। डा. सुशील कुमार फुल्ल इसके संपादक हैं। प्रस्तुत अंक पति-पत्नी कविता विशेषांक है, जो भारतीय दाम्पत्य जीवन की बारीकियों को भावनात्मक धरातल पर रेखांकित करने का विनम्र प्रयास है। कोरोना काल में संतोष शैलजा देवलोक की यात्रा पर निकल गईं। शांता कुमार एवं संतोष शैलजा का दाम्पत्य जीवन आदर्श का परिचायक रहा है।
दोनों का एक-दूसरे के प्रति अगाध स्नेह-प्यार तथा एक-दूसरे पर निर्भर रहना किसी से कभी छिपा नहीं रहा। अतः यह अंक मौन हो गई साहित्य साध्वी संतोष शैलजा को समर्पित है। इस अंक में प्रकृति के सुकुमार कवि सुमित्रानंदन पंत की उस कविता को भी संकलित किया गया है जिसमें उन्होंने भावी पत्नी के प्रति अपने भाव व्यक्त किए हैं। इस अंक में संतोष शैलजा, शांता कुमार, चंद्ररेखा ढडवाल, सुदर्शन वशिष्ठ, गणेश गनी, हर्षिता, हरिप्रिया, अवि, उमेश भारती, हंसराज भारती, अजय पाराशर, राजीव कुमार त्रिगर्ती, त्रिलोक मेहरा, अनिल महंत, आरएम वासुदेव, अर्जुन कन्नौजिया, युगल किशोर डोगरा, की रचनाओं को संकलित किया गया है। -फीचर डेस्क
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