अनुराग का सियासी निवेश-4
दिल्ली समागम में हिमाचल की राजनीति का सबसे बड़ा दांव अकेले अनुराग ठाकुर पर नहीं खेला जा रहा, लेकिन प्रदेश का अतिधु्रवीकरण हमीरपुर संसदीय क्षेत्र में दिखाई दे रहा है
दिल्ली समागम में हिमाचल की राजनीति का सबसे बड़ा दांव अकेले अनुराग ठाकुर पर नहीं खेला जा रहा, लेकिन प्रदेश का अतिधु्रवीकरण हमीरपुर संसदीय क्षेत्र में दिखाई दे रहा है। पहले से ही केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री और वर्तमान में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में जगत प्रकाश नड्डा का कद तथा पद सीधे हिमाचल सरकार में संगठनात्मक ताकत देख रहा है और अब युवा केंद्रीय मंत्री के रूप में स्तरोन्नत अनुराग का कार्यक्षेत्र भी हमीरपुर संसदीय क्षेत्र की प्रतिभा निखार रहा है। राजनीति का एक ऐसा समुद्र वर्तमान सरकार में भी कई टापुओं से नजर आ रहा है। पहली बार मंडी जिला के केंद्र में सत्ता का मध्यमार्ग सफल हो रहा है, तो इस आधार प्रादेशिक संतुलन की दाईं और बाईं भुजाओं पर तवज्जो देने की जरूरत है। खास तौर पर कांगड़ा की भुजा अगर नहीं बचाई, तो जयराम सरकार के चुनावी आत्मबल को ठेस लगेगी। यहां कांगड़ा के नए श£ोकाचारण में कांगे्रस के अलावा केंद्रीय मंत्री का दौरा भी दुखती रगों पर हाथ रखता हुआ गुजर गया, तो सत्ता की राजनीति से अकालग्रस्त यह जिला खुद को पैबंदों से मुक्त करने की घडिय़ां गिन रहा है।
दिव्याहिमाचल