डिवाइडर से टकराई बाइक, एक की मौत, लोगों से मदद की भीख मांगता रह गया भतीजा, कोई न आया आगे
आनंद विहार के श्रेष्ठ विहार इलाके में चलती बाइक पर फोन सुनने के कारण बाइक सवार हादसे का शिकार हो गया।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। आनंद विहार के श्रेष्ठ विहार इलाके में चलती बाइक पर फोन सुनने के कारण बाइक सवार हादसे का शिकार हो गया। हादसे के समय बाइक पर 50 वर्षीय छेदी मुखिया के साथ उनका भतीजा बैठा था। दोनों बाइक के दुर्घटनाग्रस्त होने पर गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे के बाद घायल युवक लोगों ने अस्पताल ले जाने के लिए मदद की गुहार लगाता रहा, लेकिन किसी ने उसकी मदद नहीं की। समय से उपचार न मिलने के चलते घायल छेदी मुखिया की मौत हो गई।
हादसे की सूचना के बाद पहुंची आनंद विहार थाना पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर मामले में केस दर्ज कर लिया है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि घायल हीरा अपने परिवार के साथ झिलमिल कॉलोनी में रहते हैं। वह मजदूरी करते हैं। बुधवार रात करीब 10 बजे विवेक विहार में रहने वाले उनके चाचा छेदी मुखिया उनके घर आए। वह हीरा को गाजीपुर में चल रहे टायलेट का निर्माण कार्य दिखाने के लिए साथ ले गए।
रात 11 बजे दोनों वापस घर लौट रहे थे। छेदी मुखिया बाइक चला रहे थे। दोनों श्रेष्ठ विहार बस स्टॉप पर पहुंचे थे कि मुखिया का मोबाइल फोन बजने लगा। मुखिया ने चलती बाइक पर ही हेलमेट उतारा और जेब से फोन निकालने लगे। इसी दौरान बाइक का संतुलन बिगड़ गया बाइक डिवाइडर से टकरा गई। बाइक की स्पीड तेज होने कारण दोनों बाइक सवार बाइक के साथ घिसटते चले गए हादसे में मुखिया के सिर पर गंभीर चोटें लगीं, जिससे वह अचेत हो गए।
हीरा के पांव में चोटें आई। उन्होंने चाचा मुखिया को उठाकर फुटपाथ पर बैठाया व वहां से गुजर रहे लोगों से मदद मांगने लगे। लेकिन मदद के लिये कोई नहीं रुका हीरा ने मुखिया के फोन से पुलिस को फोन करने की कोशिश की लेकिन उस पर पैटर्न लॉक लगा था। वह फोन कॉल नहीं कर सका। कुछ देर बाद मुखिया के फोन पर उनके बेटे सूरज का फोन आया तो हीरा ने मदद के लिए बुलाया। दोनों मुखिया को हेडगेवार अस्पताल लेकर गए। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने हीरा के बयान पर लापरवाही से मौत की एफआईआर दर्ज की है।