इन 7 कोर्सों के साथ शुरू होगा दिल्ली शिक्षक विश्वविद्यालय, आगामी सत्र से लगेंगी क्लासें
दिल्ली को विश्वस्तरीय शिक्षकों की शिक्षा का केंद्र बनाने के मकसद से शुरू दिल्ली शिक्षक विश्वविद्यालय बोर्ड ऑफ प्रबंधन की मंगलवार को पहली बैठक हुई।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। दिल्ली को विश्वस्तरीय शिक्षकों की शिक्षा का केंद्र बनाने के मकसद से शुरू दिल्ली शिक्षक विश्वविद्यालय बोर्ड ऑफ प्रबंधन की मंगलवार को पहली बैठक हुई। विश्वविद्यालय में आगामी शिक्षण सत्र से दाखिले के साथ पढ़ाई भी शुरू होगी। विश्वविद्यालय प्रबंधन सात पाठ्यक्रम से इसकी शुरुआत करेगा। इसके लिए जरूरी विभिन्न नियामक संस्थाओं से मंजूरी लेने की प्रक्रिया जारी है।
इस मौके पर उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बोर्ड के सदस्यों से कहा कि विश्वविद्यालय को शिक्षकों की शिक्षा के क्षेत्र में ऐसा संस्थान बनाना है जो आईआईटी-आईआईएम जैसे संस्थानों से भी शानदार हो।
विश्वविद्यालय बोर्ड प्रबंधक सदस्यों को सिसोदिया ने कहा कि आज शिक्षा क्षेत्र में फिनलैंड, सिंगापुर, जापान, अमेरिका और यूरोपीय देशों का दबदबा है। दिल्ली शिक्षक विश्वविद्यालय इसका जबाव बनेगी और भारत को शिक्षा के क्षेत्र में दुनिया के शीर्ष देशों में शामिल करेगी। उन्होंने कहा कि शिक्षक प्रोफेशन आज सभी के लिए करियर का अंतिम विकल्प बन चुका है, लेकिन यह विश्वविद्यालय इसे बदलेगा। युवाओं को इसके लिए आकर्षित करेगा और हर सत्र में ऐसे सैकड़ों शानदार शिक्षक तैयार करेगा।
इस मौके पर दिल्ली शिक्षक विश्वविद्यालय के उपकुलपति धनंजय जोशी ने कहा कि यह विश्वविद्यालय शिक्षा को लेकर दिल्ली सरकार के विज़न को पूरा करने का काम करेगा और दिल्ली ही नहीं पूरे देश और दुनिया में सर्वश्रेष्ठ संस्थान के रूप में उभरेगा। विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की सिफारिशों के अनुरूप मल्टी डिसीप्लिनरी ईको-सिस्टम तैयार कर पाठ्यक्रम शुरू होंगे।
प्रायोगिक शैक्षणिक कार्यक्रम पर जोर : बैठक के दौरान इस बात पर सहमति बनी है कि शिक्षक विश्वविद्यालय के पाठ्क्रम में विषय-ज्ञान के साथ प्रायोगिक शिक्षण बेहतर ढंग से तैयार हो सकें। जिससे शिक्षा के क्षेत्र में फंडामेंटल व एप्लाइड रिसर्च पर भी ध्यान देने की बात कही गई।
ये पाठ्यक्रम होंगे
चार वर्षीय इंटीग्रेटेड बीएड प्रोग्राम, दो वर्षीय बीएड प्रोग्राम, दो वर्षीय स्पेशल बीएड प्रोग्राम, तीन वर्षीय इंटीग्रेटेड बीएड-एमएड प्रोग्राम, दो वर्षीय एमए एजुकेशन प्रोग्राम, एक वर्षीय सर्टिफिकेट प्रोग्राम और एक वर्षीय सर्टिफिकेट प्रोग्राम (हायर एजुकेशन) शामिल हैं।