दिल्ली ब्रेकिंग: श्रद्धा वालकर की हत्या के मामले में आरोपी आफताब अमीन पूनावाला शुक्रवार को पॉलीग्राफ परीक्षण के अगले सत्र के लिए यहां फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला पहुंचा। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। इससे पहले, बृहस्पतिवार को आफताब का करीब आठ घंटा लंबा पॉलीग्राफ परीक्षण हुआ था। हालांकि, उसकी तबियत ठीक नहीं होने के कारण प्रयोगशाला के अधिकारियों को बयान दर्ज करने में परेशानी हुई। अधिकारियों ने कहा कि शुक्रवार को पूनावाला को रोहिणी स्थित फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी में पॉलीग्राफ टेस्ट के एक और सत्र के लिए लाया गया क्योंकि ऐसा लगता है कि उसका स्वास्थ्य बेहतर है।
पॉलीग्राफी में पूछ गए थे ये सवाल--
श्रद्धा को क्यों मारा?
-किस हथियार से श्रद्धा को मारा?
-बॉडी को मैनुअली काटा या किसी और तरीके से?
- श्रद्धा के टुकड़े करते वक्त बिल्कुल भी तरस नहीं आया?
- श्रद्धा की बॉडी के टुकड़ों को कहां कहां फेंका?
- श्रद्धा को मारने के बाद तुमने क्या क्या किया?
-कत्ल वाला हथियार कहां हैं?
- श्रद्धा को दिल्ली मारने की प्लानिंग के तहत लाए?
- श्रद्दा की हत्या करने का पछतावा है?
पॉलीग्राफी ग्राफ कैसे होता है:
पॉलीग्राफी जांच में रक्तचाप, नब्ज और सांस की दर जैसी शारीरिक गतिविधियों को रिकॉर्ड किया जाता है और इन आंकड़ों का इस्तेमाल यह पता लगाने में किया जाता है कि व्यक्ति सच बोल रहा है या नहीं।
ये तो पूरा मामला:
पूनावाला ने अपनी सह जीवन साथी वालकर (27) की मई में कथित तौर पर गला दबाकर हत्या कर दी थी तथा उसके शव के 35 टुकड़े कर दिए थे और उन्हें करीब तीन सप्ताह तक दक्षिण दिल्ली के महरौली में अपने घर में 300 लीटर के फ्रिज में रखा था और कई दिनों तक उन्हें शहर के अलग-अलग हिस्सों में फेंका था।
घटना ने लिया राजनैतिक मोड़:
पुलिस के अनुसार शव को काटने के लिए इस्तेमाल की गई आरी अभी तक बरामद नहीं हो सकी है। इस घटना ने उस समय राजनीतिक मोड़ ले लिया जब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आश्वासन दिया कि कम से कम समय में आरोपी के लिए "कड़ी सजा" सुनिश्चित की जाएगी। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने आरोप लगाया है कि मुस्लिम प्रेमी द्वारा वालकर की हत्या की घटना का "सांप्रदायिक दुष्प्रचार" के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है।