पिछले कुछ वर्षों में सरकार वित्तीय सेवाओं को कुशल बनाने पर विशेष ध्यान दे रही है। सरकार ज्यादा से ज्यादा लोगों को कम से कम लागत पर बैंकिंग सुविधा मुहैया कराने की कोशिश कर रही है. इसके लिए केंद्रीय बैंकों की ओर से कस्टमर सर्विस प्वाइंट्स (सीएसपी) को बढ़ावा दिया जा रहा है।
वित्तीय समावेशन यानी अंतिम व्यक्ति तक वित्तीय सेवाओं की पहुंच के उद्देश्य से आरबीआई ने ग्राहक सेवा केंद्र (सीएसपी) की शुरुआत की है। ये एक तरह से बैंक की छोटी शाखा की तरह काम करते हैं. इन्हें खासतौर पर ग्रामीण इलाकों और छोटे शहरों को ध्यान में रखकर डिजाइन किया गया है। जहां बैंकिंग सुविधाएं कम हैं. ग्राहक सेवा केंद्रों का सबसे बड़ा फायदा यह है कि ग्राहकों को उनके घर के नजदीक ही बैंकिंग सुविधाएं मिल जाती हैं।
ग्राहक सेवा केंद्र बैंकिंग, बिल भुगतान, सरकारी योजनाओं में नामांकन आदि के लिए वन-स्टॉप सेंटर के रूप में कार्य करते हैं, जिससे ग्रामीण और छोटे शहरों में लोगों को बैंकिंग सुविधाएं आसानी से उपलब्ध होती हैं। सेव ग्रुप के एमडी, सीईओ और सह-संस्थापक अजीत कुमार सिंह के अनुसार, ग्राहक सेवा केंद्रों पर लोगों को विभिन्न सुविधाएं प्रदान की जाती हैं।
बैंक खाता खोलने की सुविधा
जमा एवं निकासी की सुविधा
RuPay और आधार कार्ड के माध्यम से लेनदेन की सुविधा
सावधि जमा सुविधा
पासबुक प्रिंट सुविधा
हैंडहेल्ड डिवाइस के माध्यम से डोर स्टेप बैंकिंग सुविधा
प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना (पीएमजेजेबीवाई) और प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना (पीएमएसबीवाई) जैसी बीमा योजनाओं में नामांकन की सुविधा
अटल पेंशन योजना में नामांकन की सुविधा
छोटे ऋणों के लिए आवेदन करने की सुविधा
आपको बता दें कि सीएसपी बैंकिंग सेवाओं तक पहुंच के मामले में शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के बीच अंतर को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। इन केन्द्रों के माध्यम से रोजगार के नये अवसर सृजित हो रहे हैं और आर्थिक विकास को गति मिल रही है।